scorecardresearch
 
Advertisement

लोककला

Sama Chikeva Fest

जब चिड़िया बन गई थी श्रीकृष्ण की बेटी... जानिए मिथिला के त्योहार सामा-चिकेवा की कहानी

30 अक्टूबर 2025

सामा-चिकेवा की कहानी श्रीकृष्ण के पुत्र-पुत्री श्यामा और चकवाक्य के रूप में लोककथाओं में प्रचलित है. चुगला और चुगिला द्वारा श्यामा को बदनाम करने के बाद श्रीकृष्ण ने श्यामा को चिड़िया बनने का शाप दिया. श्यामा के भाई की तपस्या से देवताओं ने शाप वापस लिया और दोनों भाई-बहन को अमरता का वरदान मिला.

Gopashtami story

गोपाल क्यों कहलाए श्रीकृष्ण, कैसे हुई गोपाष्टमी की शुरुआत

30 अक्टूबर 2025

गोपाष्टमी कार्तिक मास की एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो श्रीकृष्ण की गोसेवा से जुड़ी है. यह पर्व ब्रज क्षेत्र की लोकपरंपरा का हिस्सा है और इसे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जितना ही महत्व दिया जाता है. इस दिन गायों की पूजा की जाती है और उन्हें माता का दर्जा दिया जाता है.

Sama Chikewa Bihar Mithila Culture

भाई-बहन के प्यार और प्रवासी पक्षियों के स्वागत का उत्सव है मिथिला का सामा-चिकेवा

29 अक्टूबर 2025

मिथिला क्षेत्र में कार्तिक मास के दौरान मनाया जाने वाला सामा-चिकेवा त्योहार भाई-बहन के प्रेम और पारिवारिक संस्कृतियों का प्रतीक है. यह त्योहार प्रवासी पक्षियों के आगमन के साथ शुरू होता है और मिट्टी से बने पात्रों के माध्यम से लोकनाट्य की परंपरा को जीवित रखता है. सामा-चिकेवा की कहानी श्रीकृष्ण से जुड़ी पौराणिक कथाओं पर आधारित है.

Chhath Puja Singer Sharda Sinha

छठ है, सुपली है, दऊरा है, बहंगिया है... बस अब शारदा सिन्हा नहीं हैं

27 अक्टूबर 2025

बिहार कोकिला शारदा सिन्हा ने लोक साहित्य को जनमानस में लोकप्रिय बनाया और बिहार के प्रवासियों के दर्द को अपनी आवाज़ में समेटा. उनकी गायकी ने छठ व्रतियों को सांत्वना दी और उनकी यादें आज भी छठ घाटों पर गूंजती हैं.

Govardhan Puja

गोधन बाबा, गिरिराज महाराज या गिरधारी श्रीकृष्ण... गोवर्धन के कितने स्वरूप

23 अक्टूबर 2025

गोवर्धन पूजा कार्तिक शुक्ल प्रथमा को मनाया जाता है, जिसमें गोबर से पर्वताकार स्वरूप बनाए जाते हैं. यह पर्व श्रीकृष्ण की गिरधारी छवि से जुड़ा है, जो इंद्र के प्रकोप से ब्रजवासियों की रक्षा करते हैं. विभिन्न क्षेत्रों में पूजा की विधि भिन्न है, जैसे मथुरा में गोवर्धन पर्वत की प्रतिकृति बनाना.

Govardhan Puja 2025

गोवर्धन पूजा आज, श्रीकृष्ण के गिरधारी स्वरूप का होगा पूजन, लगेगा छप्पन भोग

22 अक्टूबर 2025

गोवर्धन पूजा, दीपावली के बाद मनाया जाने वाला महत्वपूर्ण पर्व है, जिसकी जड़ें पौराणिक कथाओं और ग्रामीण परंपराओं में गहराई से जुड़ी हैं. यह पूजा श्रीकृष्ण द्वारा इंद्र की वैदिक पूजा के विरोध में स्थापित की गई थी, जिसमें प्रकृति, पशुधन और गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है.

ayodhya ram darbar

अयोध्या के लोगों ने क्यों जलाए थे दीपक... जानिए श्रीराम का दीपावली कनेक्शन

20 अक्टूबर 2025

कार्तिक अमावस्या को मनाई जाने वाली दीपावली की परंपरा श्रीराम की अयोध्या वापसी से जुड़ी है. लोककथाओं के अनुसार, 14 वर्षों के वनवास के बाद श्रीराम के लौटने पर अयोध्या वासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था.

Diwali Mahakali Puja

तंत्र की रात, अमावस्या का अंधेरा और काली पूजा... दिवाली का वो रहस्य जिससे अनजान हैं हम

20 अक्टूबर 2025

दीपावली की रात पूर्वी भारत में मां लक्ष्मी की बजाय मां काली की पूजा की जाती है, जिसे महानिशा पूजा कहा जाता है, यह पूजा निशीथ काल में होती है और तांत्रिक परंपरा से जुड़ी है, जो भय और अंधकार के विनाश तथा आत्ममुक्ति का प्रतीक है.

Bhoot Chaturdashi

दिवाली है या हैलोवीन... पश्चिम बंगाल में जगह-जगह क्यों नजर आते हैं 'भूत'

19 अक्टूबर 2025

पश्चिम बंगाल में भूत चतुर्दशी दीपावली से भी प्राचीन त्योहार है, जो पूर्वजों को समर्पित है और नकारात्मक शक्तियों को दूर करने के लिए मनाया जाता है. इस दिन लोग घरों के बाहर डरावने चेहरे वाले पुतले लगाते हैं, चौदह दीपक जलाते हैं और चौदह प्रकार की पत्तेदार सब्जियां खाते हैं.

Rangoli Designs

रंगोली पहली बार कब बनी? दिवाली पर रंगों की सजावट का वैदिक कनेक्शन

16 अक्टूबर 2025

दिवाली के उत्सव में रंगोली सजावट की प्राचीन परंपरा और आधुनिक बदलावों का समावेश है. पारंपरिक फूलों और पत्तियों की जगह अब रंगीन पाउडर और प्लास्टिक फूलों का उपयोग बढ़ा है. रंगोली न केवल सजावट का हिस्सा है, बल्कि पूजा पद्धति और सांस्कृतिक प्रतीकों से जुड़ी एक कला है. इसका इतिहास कामसूत्र और नारद शिल्प शास्त्र तक जाता है, जो इसे धार्मिक और सामाजिक महत्व प्रदान करता है.

Jaipur Lokrang Mahotsav

जयपुर में 28वां लोकरंग महोत्सव: एक मंच पर बिखरे भारत की सांस्कृतिक एकता के रंग

14 अक्टूबर 2025

जयपुर में 28वें लोकरंग महोत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें भारत के 25 राज्यों से लगभग 2500 कलाकार अपनी लोक कलाओं और परंपराओं को प्रस्तुत कर रहे हैं. यह 11 दिनों तक चलने वाला कार्यक्रम लोक संस्कृति की विविधता और समृद्धि को दर्शाता है.

Kantara Daiv

गुलिगा, पंजुरली और बरम बाबा... गांव-गांव में है 'कांतारा के दैव' जैसे देवताओं की मौजूदगी

09 अक्टूबर 2025

कर्नाटक और दक्षिण भारत की लोक परंपराओं में स्थानीय रक्षक देवताओं की पूजा का महत्वपूर्ण स्थान है. फिल्म कांतारा ने पंजुरली और गुलिगा जैसे दैवों की कथाओं को लोकप्रिय बनाया है. भूत कोला उत्सव में कलाकार दैव की आत्मा का प्रतिनिधित्व करते हैं और समुदाय के विवादों का समाधान करते हैं.

Tesu Jhanjhi Story

प्रेम और बलिदान की कहानी, सदियों पुरानी परंपरा... कौन हैं टेसू-झांझी, चांदनी रात में होती है जिनकी शादी

06 अक्टूबर 2025

पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में शरद पूर्णिमा पर मनाई जाने वाली टेसू-झांझी परंपरा प्रेम, बलिदान और उत्सव की जीवंत लोककथा प्रस्तुत करती है. किशोर उम्र के लड़के-लड़कियों का ये खेल परंपरा का उत्सव है.

Advertisement
Advertisement