लगभग तीन सप्ताह तक चले पेरिस ओलंपिक 2024 खेलों का समापन हो गया है. भारतीय रेसलर अमन सहरावत ने पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता. अमन ने मेन्स फ्रीस्टाइल 57 किलो भारवर्ग में प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराकर ये उपलब्धि हासिल की. अमन ओलंपिक में मेडल जीतने वाले सातवें भारतीय रेसलर हैं. ओलंपिक रेसलिंग में भारतीय पहलवान लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं.
यह लगातार पांचवां ओलंपिक रहा, जिसमें भारत को रेसलिंग में मेडल मिला है. यह सिलसिला 2008 के बीजिंग ओलंपिक में शुरू हुआ था, जब सुशील कुमार इतिहास रचने में सफल रहे थे. फिर लंदन, रियो, टोक्यो और पेरिस में भी भारतीय रेसलर्स ने धूम मचाई. भारत ने ओलंपिक में हॉकी (कुल 13 पदक) के बाद सर्वाधिक पदक कुश्ती में हासिल किए हैं. कुश्ती में अब तक भारत दो रजत और छह कांस्य सहित कुल 8 पदक जीत चुका है.
सुशील ने बीजिंग में लहराया तिरंगा
भारत को कुश्ती में पहला मेडल केडी जाधव ने दिलाया था, जिन्होंने हेलंसिकी ओलंपिक (1952)) के दौरान बैंटमवेट में कांस्य पदक जीता था. उसके बाद भारत को कुश्ती में मेडल 56 साल बाद बीजिंग ओलंपिक (2008) में मिला. सुशील ने तब कांस्य पदक हासिल किया. सुशील अंतिम-16 में यूक्रेन के एंड्री स्टाडनिक से हार गए थे. हालांकि भाग्य ने सुशील का साथ दिया और स्टाडनिक के फाइनल में पहुंचने से भारतीय पहलवान को रेपचेज में भिड़ने का मौका मिल गया. सुशील ने कुछ घंटों के अंदर तीन कुश्तियां जीतकर पदक अपने नाम किया था. सुशील ने रेपचेज के पहले राउंड में अमेरिका के डग श्वाब को, दूसरे राउंड में बेलारूस के अल्बर्ट बाटिरोव को और फाइनल राउंड में कजाखस्तान के लियोनिड स्पिरडोनोव को हराकर कांस्य पदक जीता.
लंदन में सुशील के साथ ही योगेश्वर भी छाए
सुशील कुमार ने इसके बाद लंदन ओलंपिक (2012) में रजत पदक तो योगेश्वर दत्त ने कांस्य पदक हासिल किया. सुशील ने क्वार्टर फाइनल में उज्बेकिस्तान के इख्तियोर नवरूजोव को 3-1 से हराकर पहली बार ओलंपिक सेमीफाइनल में प्रवेश किया और फिर कजाखस्तान के अखजुरेक तनातारोव 6-3 से हराया. सुशील फाइनल में हालांकि जापान के तात्सुहिरो योनेमित्सु से 0-1, 1-3 से हार गए.
इससे एक दिन पहले योगेश्वर दत्त ने 60 किग्रा में कांस्य पदक जीता था. वह हालांकि रूस के बेसिक कुदखोव से हार गए. रूसी पहलवान फाइनल में पहुंच गया. योगेश्वर को रेपचेज का मौका मिला और उन्होंने प्यूर्टो रिको के फ्रैंकलिन गोमेज और ईरान के मसूद इस्माइलपुवर को हराने के बाद फाइनल राउंड में उत्तर कोरिया के रि जोंग म्योंग को पस्त करके कांस्य पदक जीता.
साक्षी मलिक ने रियो में रचा इतिहास
रियो ओलंपिक 2016 में साक्षी मलिक भी महिलाओं के 58 किग्रा में क्वार्टर फाइनल में वेलारिया कोबलोवा से हार गईं. रूसी पहलवान फाइनल में पहुंच गईं और फिर साक्षी ने रेपचेज में ओरखोन पुरेवदोर्ज और कजाखस्तान की एसुलू तिनिवेकोवा को हराया और ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं.
टोक्यो में बजरंग-रवि का चला जादू
टोक्यो ओलंपिक (2020) में रवि कुमार दहिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम किया था. रवि ने सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के नूरीस्लाम सनायेव को विक्ट्री बाई फॉल के जरिए पटखनी देकर सिल्वर मेडल पक्का किया. हालांकि 57 किलो फ्रीस्टाइल वर्ग के फाइनल में रवि को रूसी पहलवान जावुर युगुऐव के हाथों 4-7 से हार का सामना करना पड़ा. फिर भारत के लिए बजरंग पूनिया ने भी ब्रॉन्ज मेडल जीता. पूनिया ने कांस्य पदक के मैच में कजाकिस्तान के रेसलर दौलत नियाजबेकोव को 8-0 से पराजित किया.
बता दें कि पेरिस ओलंपिक में भारत के छह पहलवानों ने दमखम दिखाया. इस दौरान अंतिम पंघाल (महिला फ्रीस्टाइल 53 किग्रा) और अमन सहरावत (पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा) को अपने-अपने भारवर्ग में चौथी और छठी वरीयता दी गई थी. अमन ने तो मेडल भी जीता. बाकी की चार भारतीय पहलवान- विनेश फोगाट (महिला फ्रीस्टाइल 50 किग्रा), अंशु मलिक (महिला फ्रीस्टाइल 57 किग्रा), निशा दहिया (महिला फ्रीस्टाइल 68 किग्रा) और रीतिका हुड्डा (महिला फ्रीस्टाइल 76 किग्रा) को कोई वरीयता नहीं दी गई थी.
विनेश फोगाट को मिलेगा सिल्वर?
वैसे अंतिम पंघाल, अंशु मलिक, निशा दहिया और रीतिका हुड्डा कुछ खास नहीं कर पाई. लेकिन विनेश फोगाट फाइनल तक पहुंचने में कामयाब रहीं. हालांकि विनेश को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया क्योंकि फाइनल मुकाबले से पहले उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा था. विनेश के सिल्वर मेडल मामले में फैसला 13 अगस्त को आने की उम्मीद है. यदि विनेश के पक्ष में फैसला जाता है तो कुश्ती में भारत के खाते में एक सिल्वर मेडल जुड़ जाएगा.
कुश्ती में भारत के अब तक के पदकवीर
1. केडी जाधव
कांस्य पदक: हेलसिंकी ओलंपिक (1952)
2. सुशील कुमार
कांस्य पदक: बीजिंग ओलंपिक (2008)
रजत पदक: लंदन ओलंपिक (2012)
3. योगेश्वर दत्त
रेपचेज में चला हरियाणा के पहलवान का दांव
कांस्य पदक: लंदन ओलंपिक (2012)
4. साक्षी मलिक
कांस्य पदक: रियो ओलंपिक (2016)
5. रवि कुमार दहिया
रजत पदक: टोक्यो ओलंपिक (2020)
6. बजरंग पूनिया
कांस्य पदक: टोक्यो ओलंपिक (2020)
7. अमन सहरावत
कांस्य पदक: पेरिस ओलंपिक (2024)
aajtak.in