पवन सिंह-ज्‍योति सिंह विवाद बिहार में बीजेपी और महिला वोटरों के बीच कलह न करा दे

बिहार चुनाव से पहले भोजपुरी एक्टर पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह का झगड़ा नए रूप में सामने आया है. जिस तरह ज्योति सिंह ने पवन सिंह को कठघरे में खड़ा किया है, वो न तो उनके लिए ठीक है, न ही बीजेपी के लिए. ज्योति सिंह ने महिलाओं की सहानुभूति बटोर ली तो बीजेपी को भी लेने के देने पड़ सकते हैं.

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पवन सिंह के घर के झगड़े का साया उनके राजनीतिक कॅरियर पर मंडराने लगा है, खासकर उनकी पत्नी ज्योति सिंह के लखनऊ दौरे के बाद. (Photo: Instagram @singhpawan999 & File/ITG) पवन सिंह के घर के झगड़े का साया उनके राजनीतिक कॅरियर पर मंडराने लगा है, खासकर उनकी पत्नी ज्योति सिंह के लखनऊ दौरे के बाद. (Photo: Instagram @singhpawan999 & File/ITG)

मृगांक शेखर

  • नई दिल्ली,
  • 06 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 1:39 PM IST

पवन सिंह फिर विवादों में घिर गए हैं. इस बार पत्नी ज्योति सिंह की वजह से बवाल मचा है. बिहार चुनाव से पहले ये उनकी राजनीतिक सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है, और उसका सीधा असर बीजेपी पर भी संभव है. पवन सिंह हाल ही में भारतीय जनता पार्टी में दाखिला लिये हैं.

भोजपुरी क्षेत्र में पावर स्टार कहे जाने वाले पवन सिंह और उनकी दूसरी पत्नी ज्योति सिंह के बीच तलाक का मामला चल रहा है. आरा की अदालत में. ताजा विवाद तब हुआ जब ज्योति सिंह उनसे मिलने लखनऊ पहुंची थीं. जाने से पहले ज्योति सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी डाली थी. ये भरोसा भी जताया था कि पवन सिंह उनसे मिलेंगे जरूर. लेकिन, वहां पहुंचते ही पुलिस आ धमकी. 

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ज्योति सिंह लोकसभा चुनाव 2024 में उनके साथ हर कदम पर नजर आई थीं. काराकाट लोकसभा सीट से जब पवन सिंह चुनाव लड़ रहे थे, तो आपसी झगड़े को किनारे रखकर ज्योति सिंह उनके सपोर्ट में कैंपेन कर रही थीं. पवन सिंह चुनाव हार गए थे, लेकिन जिनके खिलाफ मैदान में उतरे थे उनको भी हरा दिया था. उपेंद्र कुशवाहा को, और हाल ही में पैर छूकर सॉरी भी बोल दिये. 

लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब घर का झगड़ा बाहर आया है. आपसी मनमुटाव के बावजूद किसी भी तरफ से एक दूसरे के खिलाफ कुछ कहा या किया गया हो, ऐसा देखने को नहीं मिला. सुना है ज्योति सिंह भी चुनाव लड़ना चाहती हैं, तो क्या विवाद की वजह पवन सिंह का बीजेपी में जाना भी हो सकता है?

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लखनऊ से ज्योति सिंह लाइव

पवन सिंह और ज्योति सिंह केस में अगली तारीख 8 अक्टूबर है. एक मीडिया रिपोर्ट में ज्योति सिंह के वकील गंगाधर पांडे ने बताया है कि पवन सिंह की तरफ से गवाही की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. ज्योति सिंह की ओर से दो गवाही कराई गई है, और ज्योति सिंह की गवाही होनी है.

ज्योति सिंह का कहना है कि फैंस के कहने पर वो पवन सिंह से मिलने पहुंची थीं, लेकिन घर पहुंचीं तो एंट्री मिलना तो दूर, पुलिस वहां पर पहले से मौजूद थी. ज्योति सिंह ने सारा नजारा फोन से शूट किया, और लाइव कर पवन सिंह दुखड़ा भी सुनाया. एक वायरल वीडियो में वो फूट फूटकर रोती दिखाई देती हैं, और जान देने की बात कर रही हैं. ज्योति सिंह का आरोप है कि पवन सिंह ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. ज्योति सिंह का कहना है कि उनको बेइज्जत किया जा रहा है, और उनको पागल कर दिया गया है. कहती हैं, मैं इसी घर में जहर खाकर मरूंगी... अगर मुझे थाने जाना पड़ा तो मैं यहां से मर कर निकलूंगी.

पवन सिंह के लिए मुश्किल ये है कि भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव भी ज्योति सिंह के सपोर्ट में खड़े हो गए हैं. खेसारी लाल यादव ने पवन सिंह के व्यवहार को गलत बताया है. उनका कहना है, भाभी की इतनी बड़ी गलती तो नहीं है. आप इतने लोगों को माफ कर सकते हो, उस महिला को भी माफ करो... हम लोग चाहते हैं कि घर में भतीजा आए... मेरी बहन तो नहीं है, लेकिन बेटी है. उसके नजरिए से जब उस महिला को देखता हूं तो लगता है अगर मेरी बेटी के साथ ऐसा होगा तो. और फिर पवन सिंह के लिए कहते हैं, इंसान किस हद तक गिरेगा. दया आती है उन पर.

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पवन सिंह की हरकतें सबके सामने हैं

1. कुछ समय पहले पवन सिंह लखनऊ के एक स्टेज शो में हरियाणवी एक्टर अंजलि राघव की कमर छूने पर विवादों में घिरे हुए थे. विवाद बढ़ने पर पवन सिंह को माफी मांगनी पड़ी थी. तब पवन सिंह का कहना था कि उनका कोई गलत इरादा नहीं था. बोले, अगर मेरे व्यवहार से आपको तकलीफ हुई हो तो मैं माफी मांगता हूं.

2. 2024 के आम चुनाव में पवन सिंह को पश्चिम बंगाल के आसनसोल से बीजेपी ने उम्मीदवार घोषित किया था. पहले तो पवन सिंह ने बीजेपी नेतृत्व के प्रति आभार और धन्यवाद किया था, लेकिन जब तृणमूल कांग्रेस ने उनके खिलाफ मुहिम शुरू कर दी, तो खुद ही उम्मीदवारी वापस ले ली थी. पवन सिंह पर आरोप लगाया गया था कि अपने भोजपुरी गानों में वो बंगाल की महिलाओं का अपमान करते हैं.

3. ज्योति सिंह के आरोपों पर ध्यान दें तो लगता है, पवन सिंह का महिलाओं के साथ व्यवहार घर और बाहर मिलता जुलता ही है. पवन सिंह के गीतों के एल्बम के सीन को एक्टिंग भी मान लें, तो लखनऊ के स्टेज भी वो वैसी ही हरकत कर रहे थे. जब चौतरफा विरोध शुरू हुआ तो माफी मांग लिए. विरोध नहीं होता, तो मनमानी करते हैं. लगता तो यही है कि घर हो या बाहर पवन सिंह की प्रवृत्ति एक जैसी है.

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पति-पत्नी के बीच विवाद के तमाम कारण होते हैं, लेकिन ज्योति सिंह के आरोप हो जाते हैं. आमतौर पर पति-पत्नी के झगड़े में कोई दखल नहीं देता, लेकिन खेसारी लाल यादव का बयान और अलग ही इशारे कर रहा है. अगर खेसारी लाल यादव ने इंसानियत और सामाजिकता के नाते बयान दिया है - हां, अगर उसके पीछे कोई राजनीतिक कारण है तो बात अलग है. 

बीजेपी पर कितना असर होगा

पवन सिंह के व्यवहार को लेकर ज्योति सिंह का कहना है, ये अपमान सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि हर बहू और पत्नी का है... अगर मुझे इंसाफ नहीं मिला तो मैं आत्महत्या कर लूंगी.

बिहार चुनाव से पहले ज्योति सिंह का ये बयान पवन सिंह ही नहीं, बीजेपी के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है. बीजेपी को बिहार में महिला वोटर से काफी उम्मीदें हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो पिछले चुनाव में ही महिलाओं को साइलेंट वोटर बता चुके हैं. नीतीश कुमार की तरफ से महिलाओं के लिए पहले से ही कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, अभी अभी मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत बड़ी संख्या में महिलाओं को 10-10 हजार रुपये दिये गए हैं.

जो कुछ हो रहा है, लगता है पवन सिंह अपना तो खेल बिगाड़ेंगे ही, बीजेपी को भी भारी नुकसान पहुंचाएंगे. फर्ज कीजिए, बिहार चुनाव में महिलाओं को ज्योति सिंह से सहानुभूति पैदा हो गई, तो क्या होगा? पूरे बिहार न सही, लेकिन पवन सिंह अगर चुनाव लड़ते हैं, वहां तो कुछ भी हो सकता है. आस-पास की सीटें भी प्रभावित होंगी ही. 

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बीजेपी ने पवन सिंह को साथ लेकर 2024 के आम चुनाव में हुए नुकसान की भरपाई की कोशिश की है. दक्षिण बिहार की कई सीटों पर पवन सिंह के प्रभाव के कारण बीजेपी को फायदा होने की संभावना जताई गई है. उपेंद्र कुशवाहा और पवन सिंह के कॉम्बों में बीजेपी 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक समीकरण बदलने की उम्मीद कर रही है.

हो सकता है बिहार की ठाकुर लॉबी के लिए पवन सिंह फायदेमंद लगते हों, लेकिन महिला वोट बैंक के लिए?

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