UKSSSC परीक्षा से पहले गाजियाबाद का एक छात्र गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेज और झूठी जानकारी देने का आरोप

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की सहकारी निरीक्षक भर्ती परीक्षा से पहले गाजियाबाद के मोदीनगर निवासी सुरेंद्र कुमार फर्जी दस्तावेज और गलत जानकारी देकर तीन अलग-अलग आवेदन करने का मामला सामने आया.

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उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की सहकारी निरीक्षक भर्ती परीक्षा से पहले एक बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. (Photo: sssc.uk.gov.in) उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की सहकारी निरीक्षक भर्ती परीक्षा से पहले एक बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. (Photo: sssc.uk.gov.in)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:34 AM IST

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की एक और परीक्षा से पहले एक संदिग्ध अभ्यर्थी की पहचान की गई है. आरोपी ने सहकारी निरीक्षक भर्ती के लिए फर्जी दस्तावेज और झूठी जानकारियों के आधार पर तीन अलग-अलग आवेदन किए थे. जांच में पता चला है कि उसने शैक्षणिक प्रमाणपत्र से लेकर जाति और स्थायी निवास प्रमाणपत्र तक सब कुछ फर्जी लगाया था. इतना ही नहीं, आरोपी ने तीन अलग-अलग मोबाइल नंबरों और सेवायोजन विभाग की फर्जी इंप्लाई आईडी का भी इस्तेमाल किया.

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गिरफ्तारी के लिए टीम गठित 
रायपुर थाने में गाजियाबाद के मोदीनगर निवासी सुरेंद्र कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई . गौरतलब है कि सहकारी निरीक्षक पद के लिए UKSSSC की ओर से पांच अक्टूबर को परीक्षा आयोजित होनी थी, लेकिन आयोग ने इसे पहले ही रद्द कर दिया था.

परीक्षार्थी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
जांच में पता चला है कि गाजियाबाद के मोदीनगर के रहने वाले सुरेंद्र कुमार ने फर्जी दस्तावेज और गलत जानकारी देकर तीन अलग-अलग आवेदन किए.  हर आवेदन में उसने अलग मोबाइल नंबर, पता और कागजात का इस्तेमाल किया. उसने नकली सेवायोजन पंजीकरण संख्या और जाति प्रमाणपत्र लगाए, साथ ही दो अलग-अलग निवास प्रमाण पत्र भी दिए—एक गाजियाबाद का और दूसरा हापुड़ का. जांच में यह भी सामने आया कि उसके शैक्षणिक प्रमाणपत्रों में अलग-अलग जन्मतिथि लिखी हुई है.

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