इजरायल ने 9 सितंबर 2025 को कतर की राजधानी दोहा में हमास नेताओं पर हवाई हमला किया, जिसके बाद यह सवाल उठा कि कतर के पास कौन से हथियार हैं. क्या वह इजरायली हमले का जवाब देने की सैन्य क्षमता रखता है. 2025 के ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स (GFP) के आधार पर कतर और इजरायल की सैन्य ताकत की तुलना करेंगे और यह समझेंगे कि क्या कतर इजरायल जैसे मजबूत देश का सामना कर सकता है.
कतर और इजरायल की सैन्य ताकत: एक तुलना
1. ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स 2025
इजरायल: ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स 2025 में इजरायल 145 देशों में 15वें स्थान पर है, जिसका पावर इंडेक्स स्कोर 0.2661 है (कम स्कोर का मतलब ज्यादा ताकत). इजरायल मध्य पूर्व की सबसे मजबूत सैन्य शक्तियों में से एक है.
कतर: कतर का स्थान 62वां है. उसका पावर इंडेक्स स्कोर 1.0786 है, जो इसे मध्यम स्तर की सैन्य शक्ति बनाता है. कतर की ताकत उसकी आर्थिक संपत्ति और आधुनिक हथियारों पर निर्भर है, लेकिन यह इजरायल से बहुत पीछे है.
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2. सैन्य जनशक्ति (Manpower)
इजरायल
कतर
तुलना: इजरायल की सेना कतर से कई गुना बड़ी और बेहतर प्रशिक्षित है. इजरायल की अनिवार्य सैन्य सेवा उसे मानव संसाधन में भारी बढ़त देती है.
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3. वायुसेना (Air Power)
इजरायल
कतर
तुलना: इजरायल की वायुसेना कतर से चार गुना बड़ी और ज्यादा अनुभवी है. कतर की वायुसेना आधुनिक है, लेकिन उसका अनुभव और संख्या सीमित है.
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4. थल सेना (Army)
इजरायल
कतर
तुलना: इजरायल की थल सेना कतर से बहुत बड़ी और ज्यादा युद्ध अनुभव वाली है. कतर की सेना रक्षात्मक है और आकार में छोटी है.
5. नौसेना (Navy)
इजरायल
कतर
तुलना: कतर की नौसेना में ज्यादा जहाज हैं, लेकिन इजरायल की पनडुब्बियां और मिसाइल क्षमता इसे ज्यादा ताकतवर बनाती हैं.
6. मिसाइल और हथियार
इजरायल
न्यूक्लियर हथियार: इजरायल एक अघोषित न्यूक्लियर शक्ति है, जिसके पास 80-200 न्यूक्लियर हथियार होने का अनुमान है.
मिसाइलें: जेरिको III (लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल), डेलिलाह क्रूज मिसाइल, आयरन डोम और डेविड्स स्लिंग जैसे मिसाइल डिफेंस सिस्टम. इजरायल की मिसाइल तकनीक दुनिया की सबसे उन्नत है और यह लंबी दूरी तक हमला कर सकती है.
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कतर
मिसाइलें: हेलफायर मिसाइलें (अपाचे हेलिकॉप्टरों के लिए), तुर्की से बेरक्तार ड्रोन और छोटी दूरी की मिसाइलें. कतर के पास कोई न्यूक्लियर हथियार या लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें नहीं हैं.
तुलना: इजरायल की मिसाइल और न्यूक्लियर क्षमता कतर से कहीं ज्यादा है. कतर की मिसाइलें रक्षात्मक और सीमित दूरी की हैं.
7. युद्ध अनुभव और रणनीति
तुलना: इजरायल की सेना को युद्ध का लंबा अनुभव है, जबकि कतर की सेना रक्षात्मक और कम अनुभवी है.
क्या कतर इजरायली हमले का जवाब दे सकता है?
9 सितंबर 2025 को इजरायल ने दोहा में हमास नेताओं पर हवाई हमला किया, जिसमें 15 फाइटर जेट्स और 10 म्यूनिशन्स का इस्तेमाल हुआ. इस हमले में 6 लोग मारे गए, जिनमें एक कतरी सुरक्षा अधिकारी शामिल था. कतर ने इसे “अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन” बताया और जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखा.
कतर की जवाबी क्षमता
सीमित सैन्य ताकत: कतर की सेना आधुनिक हथियारों (राफेल, F-15QA, हेलफायर मिसाइलें) से लैस है, लेकिन यह इजरायल की तुलना में बहुत छोटी और कम अनुभवी है. कतर के पास लंबी दूरी की मिसाइलें या न्यूक्लियर हथियार नहीं हैं, जो इजरायल के पास हैं.
अमेरिकी समर्थन: कतर में अमेरिका का अल उदेद एयर बेस है, जहां 10,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं. यह बेस कतर की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन कतर की अनुमति के बिना अमेरिका इस बेस से हमले नहीं कर सकता.
कूटनीतिक ताकत: कतर की असली ताकत उसकी कूटनीति और आर्थिक शक्ति में है. अल जजीरा जैसे मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता (गाजा शांति वार्ता) के जरिए कतर दबाव बना सकता है.
क्षेत्रीय गठबंधन: कतर, सऊदी अरब, यूएई और तुर्की जैसे देशों के साथ गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल (GCC) का हिस्सा है. सऊदी अरब और तुर्की ने दोहा हमले की निंदा की, लेकिन सैन्य समर्थन की संभावना कम है.
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चुनौतियां
कतर के जवाबी उपाय
ऋचीक मिश्रा