पहलगाम हमले के बाद अमेरिका खुलकर भारत के समर्थन में आ गया है. अमेरिकी इंटेलिजेंस चीफ तुलसी गबार्ड के हवाले से कहा गया कि अमेरिका आतंकियों को खत्म करने में भारत का साथ देगा. इस बीच भारतीय थल सेना, वायुसेना और नौसेना ने 'ऑपरेशन आक्रमण' समेत कई बड़े युद्धाभ्यास किए हैं, जिसमें राफेल और सुखोई शामिल हुए और INS सूरत से मिसाइल परीक्षण भी किया गया.