जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को रिहा कराने की मांग अब अमेरिका में भी उठने लगी हैं. इमरान की रिहाई के लिए अमेरिका के 40 से ज्यादा सांसदों ने चिट्ठी लिखी है. इन सांसदों ने इमरान के खिलाफ लिए गए एक्शंस की भी निंदा की है.
अमेरिकी सांसदों ने यह चिट्ठी जो बाइडेन को लिखी है, जो अमेरिकी राष्ट्रपति की कुर्सी पर महज कुछ दिनों के ही मेहमान हैं. बाइडेन को लिखे पत्र में सांसदों ने लिखा है कि कांग्रेस के 46 सदस्यों ने बाइडेन से जेल में बंद इमरान खान की रिहाई के लिए कदम उठाने और कार्रवाई करने की अपील की है.
ट्रंप-बाइडेन दोनों की पार्टियों के सांसद
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की अमेरिकी विंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी साझा की है. इसमें खास बात यह है कि बाइडेन को चिट्ठी लिखने वाले सांसदों में डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी (रिपब्लिकन) के सांसद भी शामिल हैं. हालांकि, कुछ सांसद डेमोक्रेट्स के भी हैं. इस मामले में अमेरिका की प्रतिनिधि सभा के 46 सदस्यों का प्रतिनिधित्व सुसान वाइल्ड और जॉन जेम्स कर रहे हैं.
मानवाधिकारों की बहाली की भी मांग
इमरान खान की पार्टी PTI का दावा है कि पत्र में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम की भूमिका की आलोचना की गई है. इसके साथ ही‘राजनीतिक कैदियों की रिहाई, मानवाधिकारों की बहाली और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के सम्मान की सार्थक वकालत करने की बात भी कही गई है. हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि अमेरिकी सांसदों की इस चिट्ठी से पाकिस्तान की सरकार भड़क कई है. पाकिस्तान ने इसकी निंदा करते हुए इसे राजनीतिक स्थिति और चुनावी प्रक्रिया की अधूरी समझ से उपजा बताया है.
पाकिस्तान की नागरिक स्वतंत्रता पर केंद्रित
जियो न्यूज के मुताबिक राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में अमेरिकी सांसदों ने एच रेस. 901 के प्रावधान का उल्लेख करते हुए कहा,'यह विधेयक अमेरिकी नीति में बदलाव के समर्थन में डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन को एक साथ लाया है. इसका ध्यान फरवरी 2024 के 'तथाकथित फर्जी' चुनावों के बाद पाकिस्तान में बढ़ते मानवाधिकारों के उल्लंघन और नागरिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर केंद्रित है.'
जियो टीवी ने कहा कि इन चुनावों में व्यापक अनियमितताएं, चुनावी धोखाधड़ी और देश की अग्रणी पार्टी पीटीआई के खिलाफ राज्य द्वारा दमन किया गया, जिसमें मतदान से पहले पार्टी को मताधिकार से वंचित करना और निर्वाचन क्षेत्र स्तर के परिणामों को उलटना शामिल था, जिसमें पीटीआई से जुड़े स्वतंत्र उम्मीदवारों की भारी जीत दिखाई गई थी.
किन मुद्दों को लेकर दी रिपोर्ट
जियो टीवी के अनुसार, अमेरिकी सांसदों ने बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियों, मनमाने ढंग से हिरासत में लेने और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के खिलाफ वास्तविक फ़ायरवॉल के कार्यान्वयन पर भी अपनी निराशा व्यक्त की. साथ ही इंटरनेट एक्सेस की गति को धीमा करने के व्यापक प्रयासों की रिपोर्ट भी दी.