नोबेल शांति पुरस्कार 2025 की घोषणा से ठीक एक दिन पहले, इजरायल और हमास ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाजा योजना के पहले चरण पर सहमति व्यक्त कर दी है. इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम पर व्हाइट हाउस ने तुरंत किए गए ट्वीट में ट्रंप को 'The Peace President' कहा है.
यह कदम नोबेल शांति पुरस्कार 2025 की घोषणा होने से एक दिन पहले आया और 79 वर्षीय ट्रंप लंबे समय से इस प्रतिष्ठित पुरस्कार पर नज़र गड़ाए हुए हैं. व्हाइट हाउस ने यह क्षण भुनाने की पूरी कोशिश की है, खासकर तब जब ट्रंप अपनी नोबेल शांति पुरस्कार की खोज में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने कम से कम सात युद्धों में शांतिदूत की भूमिका निभाई है, जिसमें मई में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय संघर्ष भी शामिल है, जिसे नई दिल्ली ने बार-बार खारिज किया है.
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इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति ने अगस्त में अज़रबैजान और आर्मेनिया के नेताओं की व्हाइट हाउस में मेजबानी की थी, जहां उन्होंने दशकों से चले आ रहे दोनों देशों के संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. ट्रंप ने इस क्षण को "ऐतिहासिक" बताया था.

नोबेल पर ट्रंप का व्यंग्य
नोबेल शांति पुरस्कार की अपनी खोज में, अमेरिकी राष्ट्रपति कभी भी व्यंग्य करने से नहीं चूके हैं. अपने हालिया कटाक्ष में, उन्होंने कहा कि शायद नोबेल समिति उन्हें पुरस्कार न देने का कोई रास्ता खोज लेगी.
उन्होंने व्हाइट हाउस के ब्लू रूम में कहा था, "मुझे कोई अंदाजा नहीं है... मार्को आपको बताएंगे कि हमने सात युद्ध सुलझाए. हम आठवें को सुलझाने के करीब हैं. मुझे लगता है कि हम रूस की स्थिति को भी सुलझा लेंगे... मुझे नहीं लगता कि इतिहास में किसी ने इतने सारे (युद्ध) सुलझाए हैं. लेकिन शायद वे मुझे यह न देने का कोई कारण खोज लेंगे."
यह बयान उन्होंने गाजा योजना में सफलता की घोषणा करने से कुछ घंटे पहले दिया था. पिछले हफ्ते, ट्रंप ने कहा था कि अगर उन्हें नोबेल नहीं मिलता है, तो यह अमेरिका का "बड़ा अपमान" होगा.
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अंतर्राष्ट्रीय समर्थन
केवल ट्रंप के साथी रिपब्लिकन ही नहीं, बल्कि कई वैश्विक नेताओं ने भी ट्रंप की प्रशंसा की है और उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया है. इनमें पाकिस्तान भी शामिल है. गाजा युद्ध को रोकना ट्रंप के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए बायोडाटा में बड़े अंक जोड़ेगा. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी पिछले महीने इस बात का समर्थन करते हुए कहा था कि अमेरिका का प्रभाव अधिक है और केवल ट्रंप ही युद्ध रोक सकते हैं.