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पाकिस्तान: इमरान खान की मुसीबत बढ़ी, कट्टरपंथी TLP ने दी 2 दिन की मोहलत, रखीं ये 2 मांगें

इमरान सरकार में मंत्री शेख राशिद ने टीएलपी के साथ बैठक की. बैठक के बाद राशिद ने बताया कि टीएलपी इस्लामाबाद में मार्च नहीं करेंगे, क्योंकि उनके कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया जाएगा.

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लाहौर में टीएलपी कार्यकर्ताओं के मार्च को रोकती पुलिस (फोटो- पीटीआई)
लाहौर में टीएलपी कार्यकर्ताओं के मार्च को रोकती पुलिस (फोटो- पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इमरान सरकार में मंत्री शेख राशिद ने टीएलपी के साथ बैठक की
  • टीएलपी ने कहा- हमारे नेताओं को रिहा करो
  • फ्रांस के राजदूत को बाहर करने की भी रखी मांग

पाकिस्तान में इमरान खान सरकार की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं. अपने 10 हजार समर्थकों के साथ इस्लामाबाद की ओर कूच कर रही कट्टरपंथी तहरीर ए लब्बैक पाकिस्तान  (TLP) ने इमरान खान सरकार को दो दिन की मोहलत दी है कि वे उनके मुखिया को रिहा करें और फ्रांस के राजदूत को देश से बाहर निकालें.

दरअसल, TLP अपने प्रमुख हाफिज हुसैन रिजवी की नजरबंदी के खिलाफ इस्लामाबाद की ओर कूच कर रहा है. इसी वजह से इमरान खान ने पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद को यूएई के दौरे से वापस बुलाया लिया. 

TLP के साथ सरकार ने की बैठक

उधर, शेख राशिद ने टीएलपी के साथ बैठक की. बैठक के बाद राशिद ने बताया कि टीएलपी इस्लामाबाद में मार्च नहीं करेंगे, क्योंकि उनके कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया जाएगा. राशिद ने कहा, टीएलपी के साथ किए गए समझौते के मुताबिक, फ्रांस के राजदूत को बाहर निकालने के मामले को पाकिस्तान की संसद में उठाया जाएगा. 
 
पंजाब सरकार ने बताया कि 10000 TLP कार्यकर्ता मुरीदके से गुजरांवाला तक डेरा डाले हुए हैं. ये लाहौर से 80 किमी दूर हैं. ये अपने प्रमुख के इशारे का इंतजार कर रहे हैं, ताकि इस्लामाबाद की ओर मार्च निकाला जा सके. सरकार के अफसरों द्वारा बताया गया कि प्रदर्शनकारियों को बताया गया है कि वे यहां दो दिन और इंतजार करें, पाकिस्तान की इमरान सरकार ने उनके नेता रिजवी को रिहा करने का वादा किया है. इसके अलावा फ्रांस के राजदूत को निकालने की भी प्रक्रिया चल रही है. 
 
सरकार ने मांगा दो दिन का समय

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टीएलपी ने बयान जारी कर कहा, सरकार ने हमसे (फ्रांस के राजदूत को निष्कासित करने के लिए) समझौते को लागू करने और पार्टी प्रमुख साद रिजवी समेत हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए हमसे मंगलवार तक का समय मांगा है. इसके अलावा, सरकार हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं पर दर्ज मामले वापस लेगी. हमारा विरोध मार्च हमारी मांगों को स्वीकार करने के बाद ही खत्म होगा. 
 
इससे पहले शनिवार को टीएलपी कार्यकर्ताओं ने सभी सुरक्षा घेरों को तोड़ते हुए गुजरांवाला में प्रवेश किया. इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई. इसमें तीन पुलिसकर्मी और 7 टीएलपी कार्यकर्ता मारे गए. टीएलपी ने बताया कि फायरिंग में उनके 7 कार्यकर्ता मारे गए, जबकि 700 जख्मी हुए हैं. 

टीएलपी की दो मांगे

हाफिज हुसैन रिजवी को पंजाब सरकार ने 12 अप्रैल से नजरबंद रखा है. ऐसे में टीएलपी ने इसके खिलाफ मार्च निकालने का फैसला किया है. इसके अलावा टीएलपी फ्रांस के राजदूत को पाकिस्तान से बाहर निकालने की मांग कर रही है. दरअसल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कुछ महीनों पहले अभिव्यक्ति की आजादी की एक कक्षा में इस्लाम धर्म की स्थापना करने वाले पैगंबर हजरत मोहम्मद का कार्टून दिखाया था. 


 

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