पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद को प्रधानमंत्री इमरान खान ने यूएई से वापस बुला लिया. बताया जा रहा है कि रशीद को पाकिस्तान की मौजूदा सुरक्षा स्थितियों से निपटने के लिए बुलाया गया है.
रशीद टी-20 में भारत और पाकिस्तान का मैच देखने के लिए यूएई गए थे. लेकिन वे शनिवार को पाकिस्तान लौट आए. समाचार एजेंसी एएनआई ने पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो न्यूज के हवाले से यह जानकारी दी.
पाकिस्तान में सब कुछ ठीक नहीं
भले ही पाकिस्तान के पीएम इमरान खान बड़े बड़े दावे करते रहे हों, लेकिन इस्लामाबाद में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. यही वजह है कि मौजूदा सुरक्षा स्थिति से निपटने के लिए इमरान ने शेख राशिद को तुरंत बुला लिया.
दरअसल, पड़ोसी देश में कट्टरपंथी समूह तहरीर ए लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) ने ऐलान किया है कि वह अपने प्रमुख हाफिज हुसैन रिजवी की नजरबंदी के खिलाफ इस्लामाबाद में एक बड़ा मार्च निकालेगा. बताया जा रहा है कि शेख रशीद ने यूएई जाने से पहले इमरान खान की अनुमति ली थी, लेकिन पाकिस्तान में हालात इतनी तेजी से बदले कि उन्हें तुरंत वापस बुलाया गया.
मार्च रोकने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात
पाकिस्तान में टीएलपी के इस मार्च को रोकने के लिए पाकिस्तानी अर्धसैनिक बलों के 500 से ज्यादा जवान और 1000 फ्रंटियर जवानों की तैनाती की गई है. टीएलपी ने शुक्रवार की नमाज के बाद शांतिपूर्ण मार्च निकालने का ऐलान किया है. समाचार पत्र के डॉन के मुताबिक, टीएलपी का कहना है कि अगर उनके नेताओं को मार्च करने से रोका गया, तो उनके पास प्लान बी भी है. बताया जा रहा है कि राजधानी प्रशासन ने जवानों की तैनाती के लिए गृह मंत्रालय में संपर्क किया. रिपोर्ट के मुताबिक, जवानों की तैनाती कर दी गई है.
हाफिज हुसैन रिजवी को पंजाब सरकार ने 12 अप्रैल से नजरबंद रखा है. ऐसे में टीएलपी ने इसके खिलाफ मार्च निकालने का फैसला किया है. सरकार ने हाल ही में टीएलपी से पहले दौर की बातचीत की थी. हालांकि, इसमें कोई नतीजा नहीं निकला. ऐसे में सरकार ने जवानों की तैनाती का फैसला किया है.