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चीन से जासूसी का डर... यूरोपियन कमिशन ने स्टाफ से कहा- 'TikTok डिलीट करें'

यूरोपियन यूनियन के शीर्ष संगठन यूरोपियन कमिशन ने सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर यह कदम उठाया है. कमिशन के सभी कर्मचारियों को उनके ऑफिशियल डिवाइसों से टिक टॉक ऐप डिलीट करने को कह दिया गया. अमेरिकी और यूरोप के कुछ अधिकारी बार-बार यह आरोप लगाते रहे कि टिक टॉक का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है.

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टिक टॉक
टिक टॉक

यूरोपियन कमिशन (European Commission) ने जासूसी के डर से चीन के पॉपुलर सोशल मीडिया ऐप टिक टॉक पर बैन लगा दिया है. कमिशन ने अपने कर्मचारियों से टिक टॉक ऐप डिलीट करने को कह दिया है. 

यूरोपियन यूनियन के शीर्ष संगठन यूरोपियन कमिशन ने सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर यह कदम उठाया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुरुवार सुबह यूरोपियन कमिशन के सभी कर्मचारियों को उनके ऑफिशियल डिवाइसों से टिक टॉक ऐप डिलीट करने को कह दिया गया. 

वहीं, टिकटॉक बार-बार जासूसी या सर्विलांस के आरोपों से इनकार करता आया है. लेकिन अमेरिकी और यूरोप के कुछ अधिकारी बार-बार यह आरोप लगाते रहे कि टिक टॉक का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है. अब यूरोपियन कमिशन ने अपने कर्मचारियों को आधिकारिक डिवाइसों से इस ऐप को डिलीट करने को कहा है. 

आयोग की ओर से कर्मचारियों को भेजे गए ईमेल में कहा गया है कि कमिशन के डेटा को बचाने और साइबर सिक्योरिटी को दुरुस्त करने के लिए ईसी के कॉरपोरेट मैनेजमेंट बोर्ड ने कॉरपोरेट डिवाइसों से टिक टॉक ऐप को डिलीट करने का फैसला किया है. 

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