अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनने के बाद से इस देश में कई बदलाव देखने को मिले हैं. तालिबान ने भले ही लोगों की सुरक्षा, महिलाओं की आजादी और इंटरनेशनल रिलेशन्स को लेकर सकारात्मक बातें की हों लेकिन इन तीनों ही मुद्दों पर इस संगठन के एक्शन्स कुछ और ही कहानी बयान कर रहे हैं. अब तालिबान ने सभी देशों खासतौर पर अमेरिका को चेतावनी दी है.
बता दें कि पिछले महीने अमेरिका ने काबुल में ड्रोल हमले से आईएसआईएस-के के आतंकियों पर हमला बोला था. इनमें सात बच्चों समेत 10 लोग मारे गए थे. इसके बाद ये भी खुलासा हुआ था कि अमेरिका द्वारा कराए गए इस अटैक में आम नागरिक मारे गए थे. इस खुलासे के बाद अमेरिका ने माफी भी मांगी थी. पिछले महीने ही पेंटागन ने कहा था कि वे ISIS-K के खात्मे के लिए ड्रोन हमले करना जारी रखेंगे. हालांकि तालिबान इससे खुश नहीं है. तालिबान ने ड्रोन हमले को लेकर अमेरिका को अंजाम भुगतने की धमकी दी है.
अफगानिस्तान की धरती और हवाई क्षेत्र के मालिक हैं हम: तालिबान
तालिबान ने सभी देशों से कहा है कि उन्हें अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के अनुसार काम करना चाहिए. तालिबान ने इसके अलावा ये भी कहा कि अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र का अतिक्रमण नहीं करना चाहिए. इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान (आईईए) ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि सभी देश अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के तहत अपने राज्यों की क्षेत्रीय और हवाई संप्रभुता के मालिक हैं. इसलिए तालिबान, एकमात्र कानूनी ईकाई के रूप में अफगानिस्तान की धरती और हवाई क्षेत्र का संरक्षक है.
आईईए के अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका ने हाल ही में कतर में सभी अंतर्राष्ट्रीय कानूनों और अपनी प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन किया था. अमेरिकी ड्रोन्स अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्रों में घुस रहे हैं. इस तरह की गतिविधियों को रोका जाना चाहिए और इन पर लगाम लगनी चाहिए. इससे पहले तालिबान ने सभी देशों से अपील की थी कि किसी भी नकारात्मक परिणामों को रोकने के लिए सम्मान और प्रतिबद्धता के साथ सभी अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का पालन करना चाहिए.