यदि आप सऊदी अरब में हैं और इस्लाम पर सवाल उठा रहे हैं या फिर उसकी तौहीन कर रहे हैं, तो वहां आप आतंकवादी घोषित कर दिए जाएंगे. ह्यूमन राइट्स वॉच की रिपोर्ट में इस आशय की जानकारी दी गई है.
शाही डिक्री में यह कानून लागू कर लिया गया है. इस नए कानून के जरिए सऊदी के राजा अब्दुल्ला के सभी राजनीतिक विरोधियों और विरोध प्रदर्शन को कुचलने के लिए अभियान तेज कर दिया गया है. यह कानून खासकर उनके खिलाफ है, जो सीरिया के गृहयुद्ध में भाग ले रहे हैं. ऐसे लोगों में से कई वापस आ गए हैं और यहां की राजशाही सरकार को गिराने के लिए ट्रेनिंग देने में जुट गए हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक इस नए कानून के तहत तीन से बीस साल की सजा का भी प्रावधान है. कानून के आर्टिकल वन में किसी भी तरह के नास्तिक विचार को या इस्लाम की बुनियाद पर सवाल उठाने वाले को पूरी तरह से आतंकी माना गया है.
ह्यूमन राइट्स वॉच के एक अधिकारी ने कहा कि सऊदी अथॉरिटी को यह मंजूर नही कि कोई भी उनकी नीति का विरोध करे. लेकिन इन नए नियमों से आम लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ जाएगी.