प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब के आदमपुर एयरबेस के दौरे के ठीक एक दिन बाद यानी बुधवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ भी अपने सैन्य अधिकारियों और सैनिकों से मिलने के लिए सियालकोट की पसरूर छावनी पहुंच गए.
ऑपरेशन सिंदूर की गूंज पसरूर तक
सियालकोट की पसरूर छावनी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर से करीब 130 किलोमीटर दूर स्थित है. भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पसरूर और सियालकोट एविएशन बेस पर रडार साइटों को सटीक हथियारों का इस्तेमाल करके निशाना बनाया गया था, जिससे इस इलाके को भारी नुकसान हुआ था.
शहबाज़ शरीफ ने जवानों को किया संबोधित
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने वहां मौजूद सैन्य अधिकारियों और जवानों से मुलाकात की, जो हालिया संघर्ष के दौरान शामिल थे. पीएम हाउस द्वारा जारी बयान में बताया गया कि शरबाज शरीफ ने जवानों को संबोधित भी किया और पाकिस्तान की रक्षा में उनके योगदान की सराहना की. बयान में कहा गया है कि आने वाले दिनों में शहबाज शरीफ पाकिस्तान वायु सेना और पाकिस्तानी नौसेना के अधिकारियों और कर्मियों से मिलने के लिए एयरबेस और नौसेना के ठिकानों का भी दौरा करेंगे.
आसिम मुनीर भी पहुंचे पसरूर कैंट
पसरूर छावनी के दौरे के वक्त शहबाज के साथ पाकिस्तान का तमाम उच्च स्तरीय सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व भी मौजूद था. इसमें उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर, एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर सिद्धू, मंत्री अहसान इकबाल और अत्ताउल्लाह तरार के साथ ही सियालकोट कोर कमांडर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे.
भारत ने लिया पहलगाम हमले का बदला
इससे पहले 6-7 मई की रात भारत ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल अटैक कर तबाह किया था, इन हमलों में 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई. ये कदम पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में उठाया गया था. इसके बाद पाकिस्तान ने 8-10 मई को भारत के कई सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को नाकाम कर दिया. इसके बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने रफीकी, मुरीदके, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियान सहित कई पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर भीषण जवाबी हमला किया. तनावपूर्ण घटनाक्रम के बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा हुई.