पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बलूच लिबरेशन आर्मी ने माच और बोलन शहरों में सैन्य ठिकानों पर हमला किया है. बीएलए ने दावा किया है कि माच में हुए हमले में कम से 45 सैनिकों की मौत हुई है, जबकि पीर गैब में 10 दुश्मन मारे गए हैं. इसके साथ ही बीएलए ने दोनों शहरों पर कब्जा करने का भी दावा किया है. वहीं पाकिस्तान एक बार सच्चाई से मुकर गया है और किसी भी सैनिक की मौत से इनकार किया है.
बीएलए ने बयान जारी कर कहा है कि ऑपरेशन दारा-ए-बोलन के तहत बीते 15 घंटों से माच शहर और आस-पास के इलाकों पर नियंत्रण कर लिया है. इसके अलावा बीएलए के विशेष सामरिक संचालन दस्ते ने क्षेत्र के सभी रास्तों को अपने नियंत्रण में ले लिया है. यही नहीं बलूचों ने कई सैनिकों को बंधक भी बना लिया है. बलूचों ने इन शहरों में हर तरफ बारुदी सुरंगें लगा दी हैं और पाकिस्तानी सेना को घुसने से रोक रहे हैं.
वहीं बीएलए ने बताया कि ऑपरेशन दारा-ए-बोलन के दौरान चार बलूच कार्यकर्ताओं की मौत भी हुई है. ये चारों बीएलए मजीद ब्रिगेड के फिदायीन है. बीएलए ने बलूच युवाओं को संगठन में शामिल होने की अपील की है. उन्होंने अपनी प्रेस रिलीज में कहा है कि कायर दुश्रमन ताकतों के हाथों रोजाना प्रताड़ित होने की बजाय बलूच स्वतंत्रता सेनानियों की श्रेणी में शामिल होना चाहिए ताकि दुश्मन सालों की बजाय महीनों में बलूच मातृभूमि से भागने को मजबूर हो जाएं.

हालांकि पाकिस्तान एक बार फिर सच्चाई से मुकर रहा है और दुनिया को इसके बारे में नहीं बता रहा है. बलूचिस्तान प्रांत के सूचना मंत्री ने कहा है कि माच में हुए हमले में हमारे सुरक्षाबलों के बीच कोई घायल नहीं हुआ है बल्कि सेना ने बलूचों द्वारा किए गए हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया है. इस दौरान किसी भी सैन्य प्रतिष्ठान को नुकसान नहीं हुआ है.
इसके अलावा पाकिस्तान ने कहा कि जो बलूच माच और बलोन में घुसे थे, उन्हें बाहर हटा दिया गया है. हमारे सुरक्षा बल फिलहाल उनका पीछा कर रहे हैं. हम आशा करते हैं कि जल्दी ही सभी तरह के खतरे खत्म हो जाएंगे.