जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने फील्ड मार्शल आसिम मुनीर पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में इस समय माफिया राज है और यहां के लोग माफियों के गुलाम हैं. इमरान खान ने कहा कि आसिम मुनीर मानसिक रूप से अस्थिर हैं.
इमरान खान ने अदियाला जेल के भीतर से कहा कि आसिम मुनीर पूरे देश में राजनीतिक इंजीनियरिंग कर रहे हैं. मेरी और मेरे परिवार की पत्नियों को मानसिक यातना दी जा रही है, उन्हें सजा दी जा रही है. मेरी बीवी और मेरे परिवार को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि मैं उनके सामने झुकने को तैयार नहीं हूं. पाकिस्तान में अब कानून का नहीं, एक माफिया का राज चल रहा है. यह माफिया सिस्टम कोई भी विरोधी आवाज़ कुचल देना चाहता है. यहां न तो संविधान है, न कानून.
इमरान की ओर से उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर की गई पोस्ट में कहा गया कि मुझे पूरी तरह एक सेल में अलग-थलग कर दिया गया है, चार हफ्तों तक एक भी इंसान से मिलने की इजाजत नहीं दी गई. मेरी पत्नी के बच्चे भी उससे नहीं मिल सकते, और उसे हर तरह की सुविधाओं से वंचित रखा गया है. जब तक लोग खुद को आजाद नहीं कराते, यह माफिया इस कौम को गुलाम बनाए रखेगा. कानून सिर्फ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर लगाया जाता है; बाकी सबको छूट मिली हुई है. अपने ही लोगों पर ड्रोन हमले और फौजी ऑपरेशन सिर्फ दहशतगर्दी को बढ़ावा देते हैं. ये नीतियां इस मुल्क के लिए तबाही हैं.

इमरान ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद पहले मेरे राजनीतिक सहयोगियों के साथ मेरी मुलाकातों पर रोक लगाई गई और अब मेरे वकील और मेरे परिवार से भी मुझे मिलने नहीं दिया जा रहा. मेरी बहन नोरीन नियाजी को सिर्फ इसलिए सड़क पर खींचा गया क्योंकि वह वैध रूप से मुझसे मिलने की मांग कर रही थी. आसिम मुनीर जैसा शख्स ही इस तरह की हरकत कर सकता है. आसिम ने राजनीतिक प्रतिशोध की वजह से बुजुर्ग कैंसर सर्वाइवर डॉ. यासमीन राशिद को कैद कर रखा है. मुझ पर दबाव डालने के लिए मेरी पत्नी बुशरा बेगम को भी कैद करके रखा गया है.
पोस्ट में कहा गया कि जेल से ही इमरान खान ने पाकिस्तान की मुख्य विपक्षी पार्टी पीटीआई की शीर्ष राजनीतिक समिति को भंग कर दिया है. यह कदम विपक्षी रणनीति में एक बड़े फेरबदल का संकेत है.