पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़ते तनाव के बीच पड़ोसी मुल्क की बौखलाहट अब खुलकर सामने आ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान की सेना के दबाव में अमेरिका में पाक राजदूत रिजवान सईद शेख ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से संपर्क कर भारत के साथ तनाव को कम करने में मदद की गुहार लगाई है. यह कदम ऐसे वक्त पर उठाया गया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को कार्रवाई करने की 'खुली छूट' दे दी है. यानी सेना तय करेगी कि जवाब कब, कहां और कैसे दिया जाए.
एयरस्पेस पर पाबंदी, एयरपोर्ट हाई अलर्ट पर
पाकिस्तान ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए 1 मई से 31 मई तक कराची और लाहौर के हवाई क्षेत्र (एयरस्पेस) के कुछ हिस्सों को हर दिन सुबह 4 बजे से 8 बजे तक बंद रखने का फैसला किया है. इस बारे में NOTAM (Notice to Airmen) जारी किया गया है.
पीओके की सभी उड़ानें रद्द
हालांकि, पाकिस्तान की नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (CAA) का कहना है कि यह पाबंदी वाणिज्यिक उड़ानों को ज्यादा प्रभावित नहीं करेगी. उड़ानों को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया जाएगा. इस फैसले से एक दिन पहले पाकिस्तान की राष्ट्रीय एयरलाइन ने गिलगित, स्कार्दू और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के उत्तरी क्षेत्रों की सभी उड़ानें सुरक्षा कारणों से रद्द कर दी थीं.
पाकिस्तान को सता रही जवाबी सैन्य कार्रवाई की चिंता
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है. पाकिस्तान को भारत के जवाबी सैन्य कार्रवाई की आशंका सता रही है.
सूत्रों के हवाले से एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया है कि एयरस्पेस बंदी का फैसला पूरे हवाई क्षेत्र को नहीं, बल्कि कुछ चुनिंदा रास्तों को लेकर है. यह एक एहतियाती कदम है ताकि क्षेत्रीय तनाव के दौरान सुरक्षा बनी रहे.
पाकिस्तान के सभी एयरपोर्ट्स हाई अलर्ट पर
पाकिस्तान ने देशभर के एयरपोर्ट्स को हाई अलर्ट पर रखा है. भारतीय विमानों पर पहले से बैन है, लेकिन जो विदेशी उड़ानें भारतीय एयरस्पेस से होकर पाकिस्तान आती हैं, उन पर अब अतिरिक्त निगरानी की जा रही है. एयर ट्रैफिक कंट्रोल को आदेश दिया गया है कि हर संदिग्ध विमान से एयर डिफेंस क्लियरेंस नंबर मांगा जाए. बिना पहचान और दस्तावेज के किसी विमान को उड़ान की अनुमति नहीं दी जाएगी.