पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सोमवार को चेतावनी दी कि भारत कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर किसी भी समय सैन्य हमला कर सकता है. यह बयान ऐसे समय आया है जब पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है और दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच हालात बेहद संवेदनशील हो गए हैं.
आसिफ ने इस्लामाबाद में पत्रकारों से कहा, 'ऐसी खबरें हैं कि भारत एलओसी पर किसी भी स्थान पर हमला कर सकता है... नई दिल्ली को उसका माकूल जवाब दिया जाएगा.' उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा, 'वह राजनीतिक लाभ के लिए क्षेत्र को परमाणु युद्ध की कगार पर धकेल रहे हैं.'
'शहबाज ने की है हमले की जांच की मांग'
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पहलगाम हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है. आसिफ ने कहा, 'ऐसी जांच से यह स्पष्ट हो जाएगा कि क्या भारत खुद इस हमले में शामिल था या कोई आंतरिक समूह, और इससे दिल्ली के बेबुनियाद आरोपों की सच्चाई सामने आएगी.'
पिछले हफ्ते, पाकिस्तान के सूचना मंत्री अत्ता तारार ने कहा था कि अगले 24 से 36 घंटे बेहद अहम हैं और भारत की ओर से हमले की आशंका जताई थी. हालांकि यह समय बीत चुका है और भारत की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई.
असीम मुनीर बोले- हम अपने लोगों की रक्षा करेंगे
इस बीच, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने सोमवार को दोहराया कि वह 'अपने लोगों की रक्षा के लिए पूरी ताकत से जवाब देंगे.' भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तनाव तब आया जब 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे. भारत ने इसके जवाब में पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी पर बॉर्डर को बंद करना और राजनयिक संबंधों को घटाना शामिल है.
गृह मंत्रालय ने दिया मॉक ड्रिल का आदेश
बता दें कि सोमवार को गृह मंत्रालय की तरफ से राज्यों को 7 मई को मॉक ड्रिल करने को कहा गया है. राज्यों को कहा गया है कि वो सिविल डिफेंस की तैयारी करें, एयर रेड वॉर्निंग सायरन का इस्तेमाल करें. कल को अगर कोई संभावित हमला हो तो छात्रों और बाकी नागरिकों की इस बात की ट्रेनिंग हो कि बचना कैसे है. पूरे शहर या गांव को ब्लैक आउट कैसे करना है, ये भी प्रैक्टिस करनी है. इसके अलावा बड़े-बड़े इंस्टॉलेशन पर कैमोफ्लाजिंग कैसे करनी है यानी कि उनका ऐसा रंग हो जाए कि वो पहचाने ना जाएं, तो इसकी भी प्रैक्टिस करनी है.