गर्मियों के दिनों में सूरज की तापभर से इंसान परेशान हो उठता है. 45 डिग्री की गर्मी से ही हाल बेहाल हो जाता है. और अगर उसी सूरज पर कोई जाने की बात करे तो यह यकीन करने लायक नहीं है. दरअसल, उत्तर कोरिया ने कुछ ऐसा ही दावा किया है. उनका कहना है कि उन्होंने सूरज पर पहला शख्स भेजा है. कोरिया का यह दावा तो खोखला लगता है, लेकिन उनकी बनाई गई यह कहानी बहुत ही रोचक है.
यह एक ऐसा दावा है जिसने इंटरनेट की दुनिया में हलचल तो मचा दी है, लेकिन इस बात पर कोई यकीन नहीं कर पा रहा है. अब इस कहानी को हम सत्यापित नहीं कर सकते, पर अगर नॉर्थ कोरिया ने ये दावा किया है तो अब इसके बाद दुनिया में कुछ करने के लिए बच ही नहीं जाता, अब तो सिर्फ एलियंस के शिकार का काम करना ही रह गया है.
वियर्ड एशिया न्यूज में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, नार्थ कोरियन सेंट्रल न्यूज का दावा है कि 17 वर्षीय हंग इल गॉन्ग सूरज पर जाने वाला पहला शख्स है. यही नहीं, वह इस समय की सबसे बड़ी मानव उपलब्धि भी बता रहे हैं.

इस रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरियन सेंट्रल न्यूज ने अपने प्रसारण में कहा, 'सूर्य पर पहला आदमी भेजने के सफल मिशन की घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है. नार्थ कोरिया ने सूर्य पर इंसान भेजने के इस मिशन को पूरा करके दुनिया के सभी देशों को पीछे छोड़ दिया है. हंग इल गॉन्ग एक हीरो है और सूर्य से घर लौटने पर वह एक भव्य स्वागत का हकदार है.'
रिपोर्ट के मुताबिक, 17 साल के हंग को वहां तक पहुंचने के लिए चार घंटे का समय लगा और उसी शाम उसकी वापसी की उम्मीद भी की गई. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि हंग जब वापस लौटेगा तो उसका स्वागत उसके अंकल और सुप्रीम लीडर किंम जॉन्ग-उन करेंगे. हंग को एकदम अंधेरे की चादर ओढ़े सूरज पर भेजा गया, जिससे सूरज की तेज किरणें और उच्च तापमान से उसे बचाया जा सके.
एक अन्य वेबसाइट ट्विकटाउन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि हंग वहां से लौटते वक्त अपने अंकल के लिए सूर्य के कुछ नमूने लेकर आएगा.