अफगानिस्तान को लेकर दक्षिण एशिया में एक नया समीकरण उभर रहा है. भारत जहां काबुल के साथ अपने रिश्तों को मजबूत कर रहा है, वहीं पाकिस्तान की पड़ोसी देश पर की गई बमबारी से दोनों देशों के संबंध अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं.
भारत ने शुक्रवार को 73 टन जीवनरक्षक दवाइयां, वैक्सीन और मानवीय सहायता अफगानिस्तान भेजी. यह मदद उस घटना के तीन दिन बाद पहुंची जब पाकिस्तान की वायुसेना द्वारा अफगान सीमा के अंदर की गई बमबारी में 10 नागरिकों, जिनमें 9 बच्चों और एक महिला शामिल है, की मौत हो गई थी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने बताया कि भेजी गई सहायता अफगानिस्तान की तात्कालिक स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करने के लिए है. उन्होंने X पर लिखा, “अफगानिस्तान के स्वास्थ्य प्रयासों को मजबूती दे रहे हैं.”
यह इस साल भारत की ओर से अफगानिस्तान को भेजा गया तीसरा बड़ा मेडिकल कंसाइनमेंट है. इससे पहले अप्रैल और सितंबर में भी मदद भेजी गई थी.
भारत-अफगानिस्तान व्यापारिक रिश्ते गहराते हुए
भारत की मानवीय सहायता ऐसे समय आई है जब भारतीय कंपनी Zydus Lifesciences और अफगानिस्तान की Rofi’s International Group के बीच 100 मिलियन डॉलर का बड़ा समझौता हुआ है. यह समझौता दुबई स्थित अफगान वाणिज्य दूतावास में हुआ, जिसके तहत पहले भारत से दवाइयों का निर्यात होगा और फिर तकनीक ट्रांसफर की जाएगी ताकि काबुल में दवा निर्माण शुरू किया जा सके.
अफगान उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री नूरुद्दीन अज़ीजी, जो हाल ही में भारत आए थे, ने इस MoU की सराहना की और भारत को अफगानिस्तान में काम करने वाले उद्योगों के लिए “पूर्ण सुरक्षा गारंटी” देने का भरोसा दिया.
पाकिस्तान की बमबारी और बढ़ता तनाव
भारत की सकारात्मक पहल के उलट, अफगान-पाकिस्तान सीमा पर हालात बिगड़ते जा रहे हैं. 24-25 नवंबर की रात पाकिस्तानी जेट विमानों ने अफगानिस्तान के खोस्त, कुनर और पक्तिका प्रांतों में बमबारी की. तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद के अनुसार, खोस्त में एक घर पर गिरा बम. जिसमें 9 बच्चों (उम्र 2 से 12 साल) और एक महिला की मौत हो गई. कुनर और पक्तिका में भी चार नागरिक घायल हुए.
मुजाहिद ने इसे निरपराध बच्चों और महिलाओं पर बर्बर हमला बताते हुए चेतावनी दी कि ऐसे हमले जारी रहे तो अफगानिस्तान समान जवाब देगा. हालांकि पाकिस्तान सेना ने बमबारी पर अभी तक कोई बयान नहीं दिया है. इससे कुछ घंटे पहले ही उत्तरी वजीरिस्तान के बन्नू जिले में पाकिस्तान सेना ने दावा किया कि एक अभियान के दौरान उसने 22 भारत-समर्थित आतंकियों को मार गिराया.
सीमा पर तनाव और युद्धविराम की चर्चा
हालांकि 19 अक्टूबर को तुर्की और कतर की मध्यस्थता से युद्धविराम कराया गया था, लेकिन पाकिस्तान व अफगानिस्तान के बीच अविश्वास चरम पर है. 9 अक्टूबर को कथित पाक ड्रोन हमले में कई अफगान सुरक्षाकर्मियों की मौत के बाद से दोनों देशों के बीच सीमा व्यापार भी कई बार रुक चुका है.