ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के न्यू साउथ वेल्स से पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र शुभम गर्ग की हालत गंभीर बनी हुई है. शुभम पर इस महीने की शुरुआत में 11 बार चाकुओं से हमला किया गया था. यह घटना छह अक्टूबर को उस समय हुई थी, जब वह घर लौट रहे थे. शुभम की सर्जरी की गई लेकिन उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
सिडनी के लोअर शोर इलाके में उन पर हमला किया गया था. इस दौरान उनकी छाती, चेहरे और पेट पर 11 बार चाकुओं से वार किए गए. चैट्सवुड पुलिस स्टेशन ने इस हमले को अंजाम देने वाले 27 साल के डेनियल नॉरवुड को मौके से गिरफ्तार किया था. उस पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर अदालत के सामने पेश किया गया.
सिडनी पुलिस ने बयान जारी कर इस हमले को जघन्य बताते हुए कहा कि भारतीय समुदाय को कोई खतरा नहीं है. यह एकलौती घटना है.
शुभम के पिता रामनिवास गर्ग का दावा है कि ना ही शुभम और ना ही शुभम का कोई दोस्त हमलावर को निजी तौर पर जानता है. शुभम के परिवार ने इसे नस्ली हमला बताया है.
बता दें कि शुभम आगरा का रहने वाला है. उसने आईआईटी मद्रास से पोस्ट ग्रैजुएशन किया है और उसके बाद वह इस साल सितंबर में ऑस्ट्रेलिया चला गया था, जहां वह मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी कर रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, आगरा जिला मजिस्ट्रेट नवनीत चहल का कहना है कि यह नस्लीय हमला लग रहा है. हम भारत सरकार से पीड़ित परिवार की मदद करने का आग्रह करते हैं.
शुभम के परिवार ने ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए वीजा के लिए आवेदन दिया है लेकिन अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिल पाई है. चहल का कहना है कि शुभम के भाई का वीजा आवेदन अभी प्रोसेस में है और जिला प्रशासन इस मामले में विदेश मंत्रालय के संपर्क में है.
चहल ने बताया कि उन्होंने सिडनी में भारतीय दूतावास के अधिकारियों से बात की है और जल्द ही शुभम के भाई को वीजा मिल जाएगा.