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PNB स्कैम: क्या फर्जी पहचान की मदद से एंटीगुआ से डोमिनिका पहुंचा था मेहुल चोकसी?

एंटीगुआ से फरार होकर डोमिनिका पहुंचा मेहुल चोकसी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं. मेहुल चोकसी यहां अपनी गर्लफ्रेंड के साथ आया था, जो बाद में पकड़ा गया. लेकिन मेहुल चोकसी आखिर एंटीगुआ से इतनी आसानी से यहां कैसे पहुंच गया, इसको लेकर दिलचस्प जानकारी सामने आई हैं. 

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मेहुल चोकसी को लेकर नई बातें आ रही सामने (फाइल फोटो)
मेहुल चोकसी को लेकर नई बातें आ रही सामने (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • क्या फर्जी पहचान की मदद से डोमिनिका पहुंचा था चोकसी?
  • डोमिनिका से जुड़े कई ट्रैवल डॉक्यूमेंट से गहराया शक

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) स्कैम के आरोपी मेहुल चोकसी को लेकर बीते कुछ दिनों में लगातार सुर्खियां बन रही हैं. एंटीगुआ से फरार होकर डोमिनिका पहुंचा मेहुल चोकसी अब पुलिस की गिरफ्त में है. दावा है कि मेहुल चोकसी यहां अपनी गर्लफ्रेंड के साथ आया था, जो बाद में पकड़ा गया. लेकिन मेहुल चोकसी आखिर एंटीगुआ से इतनी आसानी से यहां कैसे पहुंच गया, इसको लेकर दिलचस्प जानकारी सामने आई है. 

इंडिया टुडे के पास दो ट्रैवलर के डॉक्यूमेंट्स मौजूद हैं, जो कि गुरजीत भंडाल, गुरमीत सिंह के नाम से हैं. ये दोनों पिछले 45 दिनों में दो बार डोमिनिका गए हैं. डोमिनिका से पहले अप्रैल में ये सेंट लूसिया का दौरा कर चुके हैं, इन्होंने हैकशॉ बोट चार्टर्स लिमिटेड का सहारा लिया. वहां मौजूद डॉक्यूमेंट्स में दोनों यूनाइटेड किंगडम के निवासी हैं.

एक महीने के बाद ये शख्स डोमिनिका पहुंचते हैं, लेकिन इस बार दोनों में से एक अपनी नागरिकता भारतीय बताता है. वैसे कागजों में मेहुल चोकसी का डोमिनिका जाने का कोई रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन शक होता है कि जिन नामों का जिक्र किया गया, उनमें भारतीय नागरिकता क्यों बताई गई?

अब इन दोनों नामों को लेकर जांच की जा रही है, क्योंकि कोबरा टूर का नाम मेहुल चोकसी को एक देश से दूसरे देश की यात्रा की सर्विस देने में आया है. इससे अलग डोमिनिका का कहना है कि मेहुल चोकसी गलत तरीके से उनके यहां पहुंचा, वहीं मेहुल चोकसी के वकील का कहना है कि उसे अगवा किया गया था. 


कोबरा टूअर्स सर्विस के एंड्रयू कोबरा ओब्रायन ने इंडिया टुडे को बताया कि 25 मई को अथॉरिटी ने उन्हें बुलाया और दो लोगों को सर्विस देने को कहा. एंड्रयू के मुताबिक, उसने प्रशासन के साथ काम किया और दोनों को आइलैंड में ले आया. एंड्रयू ने गलत तरीके से एंट्री के दावे को गलत बताया और कहा कि उन्होंने सभी काम कागजी कार्रवाई के साथ ही किया, ऐसे में गलत कुछ नहीं था. 

एंड्रयू के मुताबिक, मेहुल चोकसी को लेकर जो रिपोर्ट हैं वो ठीक नहीं हैं. वो कभी मेहुल चोकसी से मिले नहीं हैं और ना ही उसे देखा है. अगर मेहुल उस बोट में था, तो जो सफर कर रहे थे वो दोनों आदमी ही थे. जबकि एंटीगुआ के पीएम ने मेहुल और उसकी गर्लफ्रेंड की बात की है. एंड्रयू ने कहा कि जो दो शख्स आए, उसमें से एक यूके का नागरिक था लेकिन इंडियन था और दूसरा भारत का ही नागरिक था. 

हालांकि, इन दावों के बीच बेच वहां फंसता है जब कोबरा टूअर्स दोनों को इंडियन और ब्रिटिश नेशनल बताया है, जबकि हैकशॉ बोट चार्टर्स ने दोनों को यूके का नागरिक बताया था. हैकशॉ बोट की ओर से कहा गया कि वो दोनों अप्रैल में सेंट लूशिया में थे, तब डोमिनिका आने की कोशिश की लेकिन 14 दिन क्वारनटीन का पीरियड था तो इसलिए नहीं गए.

हैकशॉ बोट चार्टर्स के मुताबिक, जब दोनों ने डोमिनिका का कस्टम क्लीयर किया तो उन्हें बोट में ही रुकना पड़ा. ऐसे में वो वापस सेंट लूशिया गए, जहां दोनों ने एक टैक्सी ली और प्लेन से चले गए. यानी सिर्फ 45 दिनों के बीच दोनों शख्सों ने डोमिनिका जाने के लिए फर्जी नागरिकता का सहारा लिया. 

बड़े सवाल जो खड़े होते हैं?
•    आखिर कौन दोनों बार-बार ट्रैवल कर रहे थे?
•    अगर दोनों गुरजीत और गुरमीत थे, तो क्या मेहुल चोकसी ने कोबरा टूर का इस्तेमाल नहीं किया?
•    अगर ऐसा नहीं हुआ तो मेहुल चोकसी आयलैंड कैसे पहुंचा?
•    मेहुल चोकसी को भारतीय बताने के पीछे क्या प्रत्यर्पण की कोई कोशिश है?
•    या मेहुल चोकसी द्वारा एंटीगुआ की सरकार से बचने का कोई तरीका? 

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