इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू खराब खाना खाने की वजह से बीमार पड़ गए हैं. उनके मंत्रालय ने रविवार को बताया कि खराब खाना खाने की वजह से उनकी आंतों में सूजन की समस्या हो गई है. इलाज के बाद वो अपने घर पर ही आराम कर रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यरूशलम के हदासा-ऐन केरेम मेडिकल के प्रोफेसर एलन हर्शको ने रात भर उनकी देखभाल की. उनके शरीर में पानी की कमी हो गई है जिसे देखते हुए उन्हें फ्लूइड चढ़ाए जा रहे हैं. उनकी हालत अच्छी बताई जा रही है. डॉक्टरों के निर्देशों के अनुसार, नेतन्याहू अगले तीन दिनों तक घर पर आराम करेंगे और सरकारी कामकाज संभालते रहेंगे.
75 साल के नेतन्याहू हाल के सालों में कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं. मई में उनके कोलोन की जांच के लिए कोलोनोस्कोपी की गई थी और दिसंबर में उनकी प्रोस्टेट सर्जरी हुई थी. यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन के कारण सर्जरी की मदद से उनका प्रोस्टेट हटा दिया गया था. दोनों ही इलाज के दौरान नेतन्याहू ने काम से छुट्टी ली थी और इजरायल के न्याय मंत्री यारिव लेविन कार्यवाहक प्रधानमंत्री थे.
नेतन्याहू की हर्निया की सर्जरी और फिर हार्ट में लगा पेसमेकर
मार्च में, नेतन्याहू ने पूरी तरह से एनेस्थीसिया के तहत हर्निया की सर्जरी करवाई और बाद में उन्हें फ्लू हो गया जिस कारण वो कामकाज से दूर रहे. 2023 में, नेतन्याहू के हृदय में एक दिक्कत का पता चला था जिसके बाद डॉक्टरों ने उनके हृदय में पेसमेकर लगाया था. नेतन्याहू के हृदय में इस समस्या का पता तब चला था जब वो डिहाइड्रेशन के कारण अस्पताल में भर्ती हुए थे. इसके कुछ दिन बाद उन्हें पेसमेकर लगाया गया था.
जनवरी 2023 में नेतन्याहू की हेल्थ रिपोर्ट जारी की गई थी जिसमें उनकी स्वास्थ्य स्थिति को पूरी तरह से सामान्य बताया गया था. रिपोर्ट में बताया गया था कि उनका पेसमेकर सही से काम कर रहा है. हालांकि, उनकी हेल्थ रिपोर्ट कोई आधिकारिक सरकारी स्वास्थ्य रिपोर्ट नहीं थी बल्कि उसे उनके निजी मेडिकल टीम ने तैयार किया था.
नेतन्याहू नहीं जारी करते वार्षिक हेल्थ रिपोर्ट
इजरायल के सरकारी प्रोटोकॉल के मुताबिक, देश के प्रधानमंत्री को वार्षिक हेल्थ रिपोर्ट जारी करनी होती है, बावजूद इसके नेतन्याहू ने 2016 और 2023 के बीच ऐसी कोई रिपोर्ट जारी नहीं की, और इस साल भी कोई रिपोर्ट जारी नहीं की गई. ये प्रोटोकॉल कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं हैं, और प्रधानमंत्री को अपनी मेडिकल हिस्ट्री बताने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता.
प्रोस्टेट सर्जरी के बाद, डॉक्टरों ने नेतन्याहू को चलने-फिरने से मना किया था. लेकिन डॉक्टरों की आपत्ति के बावजूद वो हदासा ऐन केरेम मेडिकल सेंटर अस्पताल से बाहर आ गए थे. दरअसल उन्हें 'ट्रैप्ड प्रॉफिट्स लॉ' पर वोट डालना था जो कि 59-58 के वोटों से पारित हो गया. वोटिंग के दौरान नेतन्याहू के साथ इजरायली संसद नीसेट में उनके डॉक्टर डॉ. जवी बर्कोविट्ज भी मौजूद थे.