इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को वॉशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात की और दोनों देशों के रिश्तों को अभूतपूर्व सहयोग और विश्वास पर आधारित बताया. नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि जब इजरायल और अमेरिका एक साथ खड़े होते हैं, तब महान परिणाम सामने आते हैं.
नेतन्याहू ने प्रेस वार्ता में कहा, "हम 'शक्ति से शांति' के सिद्धांत में विश्वास करते हैं. पहले शक्ति, फिर शांति. राष्ट्रपति ट्रंप ने जो निर्णायक कदम इजरायल के समर्थन में उठाए, उससे मध्य-पूर्व में बड़ा बदलाव आया है."
गाजा युद्ध और बंधक संकट पर नेतन्याहू का बयान
नेतन्याहू ने बताया कि इजरायल का गाजा में अभियान अभी खत्म नहीं हुआ है और उनका अंतिम टारगेट हमास के सैन्य और शासन ढांचे को पूरी तरह खत्म करना है. उन्होंने कहा, "हम अब भी सभी बंधकों की रिहाई और हमास को खत्म करने की दिशा में काम कर रहे हैं. गाजा को भविष्य में ऐसा स्थान बनाना होगा जो शांति और स्थायित्व लाए. हम कम में संतुष्ट नहीं होंगे."
जब उनसे संभावित युद्धविराम और बंधकों की रिहाई पर पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "हम इस पर लगातार काम कर रहे हैं, लेकिन इसमें कई पक्षों की जरूरत होती है. अभी एक भी पूरी तरह सामने नहीं आया है, लेकिन हम प्रयास नहीं छोड़ेंगे."
हमास के प्रस्ताव और मध्यस्थ देशों की भूमिका
नेतन्याहू ने बताया कि इजरायल ने मध्यस्थों द्वारा दिए गए एक प्रस्ताव को स्वीकार किया है, जो स्टीव विटकॉफ की मूल योजना से मेल खाता है. उन्होंने कहा, "हम करीब आ चुके हैं और उम्मीद है कि हम इस रेखा को पार कर पाएंगे. लेकिन जितना कम सार्वजनिक रूप से बात की जाए, उतनी ही सफलता की संभावना बढ़ती है."
कतर की भूमिका पर पूछे गए सवाल पर नेतन्याहू ने कहा, "फिलहाल हमारा पूरा ध्यान परिणाम हासिल करने पर है. प्रक्रिया पर बाद में बात करेंगे."
अमेरिका-इज़रायल संबंधों में अभूतपूर्व समन्वय
नेतन्याहू ने ट्रंप के साथ संबंधों को 77 वर्षों के इतिहास में सबसे मजबूत और भरोसेमंद बताया. उन्होंने कहा, "इतिहास में कभी ऐसा समन्वय और विश्वास नहीं देखा गया, जैसा अब राष्ट्रपति ट्रंप के साथ है."
नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर इजरायल को बदनाम करने के प्रयासों को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ झूठ फैलाया जा रहा है. यह सोची-समझी, फंडेड और खतरनाक कोशिश है. हम इसका जवाब सच्चाई से देंगे. सच झूठ को हराता है और हम आने वाले महीनों में सच्चाई को दुनिया के सामने लाएंगे.