इजरायल-हमास संघर्ष के बीच गाजा में लागू युद्धविराम समझौते की नाजुक कड़ी फिर से परखी गई, जब इजरायली डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने पूर्वी शेजैया इलाके में एक कथित आतंकवादी को हवाई हमले में मार गिराया. आईडीएफ ने रविवार को जारी बयान में बताया कि यह घटना तब घटी जब एक 'टेरर ऑपरेटिव' सेना की वापसी को चिह्नित करने वाली 'येलो लाइन' को पार कर सैनिकों की ओर बढ़ा. इजरायली सेना के अनुसार, यह कदम सैनिकों के लिए 'तत्काल खतरा' पैदा करने वाला था, जिसके जवाब में इजरायली वायुसेना ने तुरंत ड्रोन हमला किया और हमलावर को ढेर कर दिया.
आईडीएफ प्रवक्ता ने कहा, 'आतंकी की पहचान होते ही हमने खतरे को न्यूट्रलाइज करने के लिए सटीक स्ट्राइक अंजाम दी. यह कार्रवाई युद्धविराम के तहत हमारी सुरक्षा प्रतिबद्धताओं का हिस्सा है.' यह 'येलो लाइन' अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 20-सूत्री शांति योजना के तहत परिभाषित की गई है, जो गाजा में इजरायली सेना की वापसी का प्रतीक है. गाजा की तरफ से किसी व्यक्ति का इस लाइन के पार जाना समझौते का स्पष्ट उल्लंघन माना जाता है. आईडीएफ के अनुसार, गाजा के लगभग 58 प्रतिशत हिस्से पर अब भी इजरायली नियंत्रण है, जिसमें राफाह, खान युनिस और उत्तरी इलाके शामिल हैं.
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फिलिस्तीनी मीडिया आउटलेट्स, अलजजीरा और स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय, ने इजरायली हमले में एक नागरिक की मौत की पुष्टि की है. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, 'हम येलो लाइन की सटीक स्थिति के बारे में भ्रमित हैं. यह केवल ऑनलाइन मैप पर दिखाई देती है, और इंटरनेट की कमी के कारण कई लोग अनजाने में इसे पार कर जाते हैं.' पिछले हफ्तों में इसी तरह की घटनाओं में कम से कम 5 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जो गाजा में युद्धविराम की नाजुकता को उजागर करती है. बता दें कि इजरायल और हमास के बीच गाजा में 9 अक्टूबर को युद्धविराम समझौता लागू हुआ था.
इसी बीच, वेस्ट बैंक के शेवी शोमरोन रिहायशी इलाके में घुसपैठ की आशंका से हड़कंप मच गया. आईडीएफ ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर बताया कि संदिग्ध आतंकी घुसपैठ का सायरन बजा. आईडीएफ होम फ्रंट कमांड ने तत्काल निर्देश जारी किया कि निवासी अगली सूचना तक अपने घरों में बंद रहें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें. इजरायली सेना ने इलाके में व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू किया. शेवी शोमरोन, जो नॉर्थ वेस्ट बैंक में स्थित एक इजरायली सेटलमेंट (रिहाइश) है, पहले भी हमलों का निशाना बन चुका है. हाल ही में, 31 अक्टूबर को इसी इलाके में एक झूठी घुसपैठ की अफवाह से सायरन बजे थे, लेकिन इस बार तीन संदिग्धों की पहचान की गई है.