इराक में एक शादी समारोह के दौरान आग लगने से 100 लोगों की मौत हो गई, जबकि 150 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. अधिकारियों ने कहा कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है. आग किस वजह से लगी, अभी इसकी जांच चल रही है. यह घटना इराक के उत्तरी इलाके की बताई जा रही है.
इराक के स्वास्थ्य मंत्री ने एएफपी से पुष्टि की है कि निनेवेह राज्य के हमदानिया में एक विवाह हॉल में आग लगने से 100 लोगों की मौत हुई है, जबकि इस घटना में 150 लोग घायल भी हुए हैं. हमदानिया इलाका मोसुल शहर के बाहर एक ईसाई बहुल है, जो इराक की राजधानी बगदाद से करीब 335 किलोमीटर दूर है.
एएफपी के मुताबिक, टीवी पर दिखाए गए वीडियो में आग की लपटें तेज उठ रही थीं, आग लगने के बाद लोग घटनास्थल से निकलकर भाग रहे थे. इस घटना के पीडि़त कई लोग ऑक्सीजन की कमी के लिए स्थानीय अस्पताल पहुंचे, उनके लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कराई गई. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता सैफ अल-बद्र ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने आग लगने की जांच के आदेश दिए हैं. इसके अलावा देश के गृह और स्वास्थ्य अधिकारियों को राहत प्रदान करने के लिए कहा है.
आतिशबाजी हो सकती है घटना की वजह
निनेवेह के गवर्नर नजीम अल-जुबौरी ने कहा कि कुछ घायलों को क्षेत्रीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. उन्होंने बताया कि आग से घायल होने वालों और मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. आग लगने की वजह के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट्स से ता चलता है कि आतिशबाजी की वजह से आग लगी. सिविल डिफेंस की ओर से कहा गया कि कम लागत वाले सामान की वजह से आग लगने से हॉल के कुछ हिस्से मिनटों में ही ढह गए.
इराक में ईसाई आबादी तेजी से कम हुई
इराक में अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय पर यह आग प्रहार करने वाली थी. बीते दो दशकों में पहले अल-कायदा और फिर इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह के चरमपंथियों ने उन्हें निशाना बनाया था. हालांकि इस इलाके को छह साल पहले आईएस से मुक्त करा लिया गया था. कई ईसाई यूरोप, ऑस्ट्रेलिया या संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए रवाना हो चुके हैं. एएफपी के मुताबिक, इस समय इराक में ईसाई आबादी करीब 1,50,000 है, जोकि 20 साल पहले यानी 2003 में 15 लाख थी. इराक का कुल जनसंख्या 40 मिलियन यानी चार करोड़ से अधिक है.