अमेरिका में पढ़ रहे विदेशी छात्रों में भारतीय स्टूडेंट्स की संख्या सबसे अधिक हो गई है. 2009 के बाद पहली बार अमेरिका में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों की संख्या के मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है.
ओपन डोर्स 2024 की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 2023-2024 में अमेरिका में लगभग 3.3 लाख भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, जो अमेरिका में पढ़ने वाले 11 लाख विदेशी स्टूडेंट्स में 29.4 फीसदी हैं. पिछले अकादमिक साल में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की संख्या में भारतीय छात्रों की संख्या 25.4 फीसदी थी. इस तरह 15 साल में पहली बार भारत इस सूची में शीर्ष पर है.
2023-2024 में अमेरिका में पढ़ने वाले चीन के छात्रों की संख्या 2.77 लाख है. पिछले अकादमिक वर्ष में 27.4 फीसदी की तुलना में इस बार यह घटकर 24.6 फीसदी हो गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में भारत के पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स की संख्या 1.96 लाख है जिसमें पिछले साल के मुकाबले 18 फीसदी का इजाफा हुआ है. भारत के अंडरग्रेजुएट स्टूडेंट्स की संख्या में 13 फीसदी की वृद्धि हुई है.
वहीं, दूसरी तरफ 2022-2023 में चीन के पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स की संख्या में 2.58 फीसदी की गिरावट आई है जबकि अंडरग्रेजुएट की संख्या 12.75 फीसदी घटी है.
चीन दूसरे जबकि दक्षिण कोरिया तीसरे नंबर पर
इस लिस्ट में भारत के बाद चीन दूसरे नंबर पर है. अमेरिका में चीन के 2.77 लाख स्टूडेंट्स पढ़ते हैं. दक्षिण कोरिया के 43,149 स्टूडेंट्स, कनाडा के 28,998 और ताइवान 23,157 छात्र पढ़ते हैं.
बता दें कि भारत में अमेरिकी दूतावास ने इस बारे में जारी बयान में कहा, 2008-2009 के बाद पहली बार भारत अमेरिका में अपने स्टूडेट्स भेजने के मामले में शीर्ष पर है. अमेरिका में पढ़ने वाले भारतीय बच्चों की यह अब तक की सबसे अधिक संख्या है. अमेरिका में सामान्य रूप से सितंबर से शैक्षिक सत्र की शुरुआत होती है और मई तक चलती है.