दो साल पहले सऊदी अरब के जुबैल शहर के उपनगरीय इलाके से मिला एक भारतीय व्यक्ति का शव आज भी एक मुर्दाघर में पड़ा है.
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक इस भारतीय व्यक्ति का शव अब भी वहां के मुर्दाघर में पड़ा हुआ है. भारतीय दूतावास ने व्यक्ति के मृत्यु के कारणों सहित कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं. दूतावास के एक अधिकारी के हवाले से यह बताया गया कि चिकित्सकीय रिपोर्ट के बगैर कोई भी शव नहीं ले सकता और रिपोर्ट में मृत्यु का स्पष्ट कारण भी होना चाहिए.
सऊदी गजट की खबर के अनुसार व्यक्ति के शव के स्वदेश प्रवर्तन में एक और बाधा यह है कि जिस अस्पताल में शव मौजूद है वहां शव को वापस भेजने के लिए कोई ताबूत मौजूद नहीं है. वर्ष 2011 में किसी अज्ञात हत्यारे ने व्यक्ति की हत्या कर दी थी, हालांकि उसकी पहचान नहीं बताई गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक शव प्रत्यर्पण में देरी का एक और कारण यह है कि न तो मृतक के परिवार से और न ही उसका कोई संबंधी ही ताबूत की कीमत अदा करने का इच्छुक है. सऊदी अरब में हजारों प्रवासी कामगारों के शव अस्पताल के मुर्दाघरों में प्रत्यर्पण की बाट जोह रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल देश के मुर्दाघर में 5,555 शव आए थे जिनमें 1,791 शवों को या तो स्वदेश भेजा जा चुका है या फिर उन्हें दफनाया जा चुका है. जबकि 3,764 शव अभी भी विभिन्न अस्पतालों के मुर्दाघरों में पड़े हैं.