बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के पूर्व मंत्री अनिसुल हक पर अदालत में पेशी के बाद जेल वैन में ले जाते समय भीड़ ने हमला कर दिया. यह खबर सोमवार को बांग्लादेश के कई प्रमुख अखबरों में छपी है.
लोकप्रिय अखबार 'प्रथोम आलो' और अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वकीलों समेत भीड़ ने पूर्व कानून मंत्री अनिसुल हक पर तब हमला किया जब पुलिस उन्हें जेल वैन तक ले जा रही थी. पुलिस सुरक्षा कम होने की वजह से भीड़ हमला करने में कामयाब रही. ये लोग पूर्व शेख हसीना सरकार का विरोध कर रहे थे.
यह हमला तब हुआ जब नारायणगंज नामक नदी बंदरगाह शहर की एक अदालत ने पुलिस को तीन दिनों के लिए अनिसुल को हिरासत में भेजने का आदेश दिया था. हत्या के मामले में अनिसुल से पूछताछ की जानी है.
स्थानीय पुलिस के अनुसार, पुलिसकर्मी सुरक्षा का घेरा बनाकर अनिसुल को लेकर जेल की वैन की ओर ले जा रहे थे. तब ही भीड़ ने हमला कर दिया. हालांकि, उन्हें गंभीर चोटें नहीं आई.
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अखबार प्रथोम आलो के अनुसार, जब अनिसुल को अदालत से जेल वैन की ओर ले जाया जा रहा था तब कुछ लोगों ने अंधाधुंध हमला करना शुरू कर दिया.
अनिसुल हक और हसीना की अवामी लीग के कई मंत्रियों पर पिछले साल छात्रों के नेतृत्व में हुए आंदोलन के दौरान भ्रष्टाचार और हत्या के आरोप लगे हैं.
छात्रों के आंदोलन की वजह से 2024 में बांग्लादेश में शेख हसीना की 16 साल लंबे शासनकाल का अंत हो गया. जिसके बाद शेख हसीना भारत आ गईं. तब से वह भारत में ही रही हैं. बांग्लादेश ने औपचारिक तौर पर हसीना को सौंपने का आग्रह किया है. शेख हसीना का बांग्लादेश छोड़ने के बाद मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाया गया.