ऑस्ट्रेलिया की एक समुद्री अन्वेषण कंपनी ने बंगाल की खाड़ी में लापता मलेशियाई विमान का मलबा मिलने का दावा किया है. यह जगह हिन्द महासागर में इस समय जारी तलाशी की जगह से 5,000 किलोमीटर दूर है.
मलेशियाई अखबार द स्टार की खबर के अनुसार एडीलेड स्थित जियोरेजोनेंस ने कहा कि उसने गत 10 मार्च को उड़ान एमएच370 की खुद से तलाशी शुरू कर दी और अब उसे तलाशी की वर्तमान जगह से 5,000 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी में विमान के संभावित मलबे का पता चला है. कंपनी के प्रवक्ता डेविड पोप ने बताया कि जियोरेजोनेंस संभावित दुर्घटना क्षेत्र के 20,00,000 वर्ग किलोमीटर इलाके में तलाशी कर रहा है. इसके तहत उपग्रहों और विमान से मिली तस्वीरों का इस्तेमाल किया जा रहा है और कंपनी के वैज्ञानिक विमान के अंतिम ज्ञात स्थल के उत्तर दिशा में तलाशी पर ध्यान दे रहे हैं. वैज्ञानिक आंकड़ों के विश्लेषण के लिए 20 से अधिक तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं जिनमें एक परमाणु रिएक्टर शामिल हैं.
उन्होंने दावा किया कि उनकी कंपनी उस तकनीक का इस्तेमाल कर रही है जिसका विकास मूल रूप से परमाणु हथियारों और पनडुब्बियों की तलाशी के लिए किया गया था. पोप ने कहा कि जियोरेजोनेंस ने विमान के लापता होने से तीन दिन पहले 5 मार्च को ली गयी तस्वीरों की बाद की तस्वीरों से तुलना की. उन्होंने कहा, ‘एमएच370 के लापता होने से पहले मलबा वहां नहीं था. हम यह नहीं कह रहे कि यह निश्चित तौर पर एमएच370 ही है लेकिन यह एक सुराग है जिसपर हमें ध्यान देना चाहिए.'