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'भारत और हमारा दुश्मन एक, साथ मिलकर लड़ेंगे...', अमेरिका ने चीन को लिया आड़े हाथ

यूएस इंडो पैसिफिक कमांड के कमांडर एडमिरल जॉन क्रिस्टोफर एक्विलिनो का कहना है कि भारत और अमेरिका को चीन से एक जैसी सुरक्षा चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. हम अपने सहयोगी भारत को आवश्यक मदद मुहैया करा रहे हैं ताकि वह चीन से अपनी सीमाओं की सुरक्षा कर सके. हम भारत के डिफेंस इंडस्ट्रियल बेस को तैयार करने में भी मदद कर रहे हैं. 

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यूएस इंडो पैसिफिक कमांड के कमांडर एडमिरल जॉन एक्विलिनो
यूएस इंडो पैसिफिक कमांड के कमांडर एडमिरल जॉन एक्विलिनो

चीन से निपटने में भारत की मदद के लिए अब अमेरिका आगे आया है. अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि भारत और अमेरिका का दुश्मन एक ही है और दोनों देशों को इंडो पैसिफिक क्षेत्र में चीन से खतरे का सामना करना पड़ रहा है.

यूएस इंडो पैसिफिक कमांड के कमांडर एडमिरल जॉन क्रिस्टोफर एक्विलिनो का कहना है कि भारत और अमेरिका को चीन से एक जैसी सुरक्षा चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. हम अपने सहयोगी भारत को आवश्यक मदद मुहैया करा रहे हैं ताकि वह चीन से अपनी सीमाओं की सुरक्षा कर सके. हम भारत के डिफेंस इंडस्ट्रियल बेस को तैयार करने में भी मदद कर रहे हैं. 

'भारत, अमेरिका का एक ही दुश्मन'

एक्विलिनो ने कहा कि हम भारत के साथ हमारी साझेदारी को महत्व देते हैं. हम इस साझेदारी को समय के साथ बढ़ा रहे हैं. उनके (भारत) सामने भी सुरक्षा को लेकर वही चुनौती है, जो हमारे सामने हैं. हमारे मूल्य भी समान हैं.

एडमिरल एक्विलिनो ने कहा कि भारत को उत्तरी सीमा पर बीते नौ या दस महीनों में दो झड़पों का सामना करना पड़ा है. उन्हें सीमा पर चीन की सेना से लगातार दबाव झेलना पड़ रहा है.

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दरअसल वह आर्म्ड सर्विस कमेटी के सदस्यों के सवालों के जवाब दे रहे थे. इस दौरान भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने उनसे एक सवाल पूछा था, जो चीन से मिल रही चुनौती से जुड़ा हुआ था. 

रो खन्ना ने पूछा क्या था?

भारतीय मूल के सांसद रो खन्ना ने पूछा था कि औपनिवेशिक काल के बाद भारत और चीन के संबंध अच्छे थे. दोनों देश एशिया की आवाज बनकर उभर रहे थे लेकिन उसके बाद ये संबंध बिगड़ गए. लेकिन अब चीन एशिया में अपना आधिपत्य बढ़ा रहा है और अपने सहयोगी देशों के साथ जूनियर की तरह व्यवहार कर रहा है.

इस पर एडमिरल एक्विलिनो ने कहा कि भारत और अमेरिका के सामने एक जैसी सुरक्षा चुनौतियां हैं. हम लोग मिलकर काम करना चाहते हैं. हमारे साझा मूल्य हैं और कई सालों हमारे लोगों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध बने हुए हैं. मेरी कुछ समय पहले रायसीना डायलॉग के दौरान जनरल अनिल चौहान से मुलाकात हुई थी. मैं बीते दो सालों में पांच बार भारत आ चुका हूं.

उन्होंने कहा कि हम क्वाड देश अक्सर साथ मिलकर काम करते हैं. क्वाड कोई सुरक्षा संगठन नहीं है बल्कि यह कूटनीतिक और आर्थिक संगठन भी है. बता दें कि नवंबर 2017 में भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने मिलकर क्वाड की स्थापना की थी. 

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'भारत और चीन के बीच टकराव की जड़'

पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच तीन सालों से टकराव की स्थिति है. दोनों देशों के बीच कई स्तर की डिप्लोमैटिक और सैन्य वार्ता के बाद भारत और चीन ने कई इलाकों से अपनी सेनाओं को पीछे हटा लिया है.

भारत लगातार यह कह रहा है कि चीन के साथ उसके संबंध तब तक सामान्य नहीं हो सकते, जब तक सीमावर्ती इलाकों में शांति बहाल नहीं होती. वहीं, चीन दक्षिण चीन सागर के लगभग पूरे 13 लाख वर्ग मील क्षेत्र पर अपना दावा करता है. चीन ने इन दक्षिण चीन सागर के द्वीपों पर लगातार सैन्यबेस बना रहा है. 

एक अन्य सांसद पैट्रिक रायन के एक सवाल पर जवाब देते हुए एडमिरल ने कहा कि भारत हमारा अहम सहयोगी देश है. दोनों देशों अक्सर संयुक्त सैन्याभ्यास करते हैं. अमेरिका भारत को सुरक्षा क्षेत्र में भी सहयोग कर रहा है. हम भारत में रक्षा उत्पादन में भी सहयोग कर रहे हैं. C-130 हेलीकॉप्टर के अहम कंपोनेंट भारत में बन रहे हैं. 

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