अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को कोरोना के चलते गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं या एलर्जी वाले लोगों के लिए नई COVID-19 एंटीबॉडी दवा पर अपनी मुहर लगा दी है. एक साल से अधिक समय से कोविड-19 संक्रमण के इलाज के लिए एंटीबॉडी दवाएं मानक उपचार रही हैं, लेकिन खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा स्वीकृत एस्ट्राजेनेका एंटीबॉडी दवा अलग है. यह COVID-19 संक्रमण के खिलाफ दीर्घकालिक इलाज के लिए पहली अधिकृत एंटीबॉडी दवा है.
जो लोग एंटीबॉडी दवा से लाभान्वित हो सकते हैं, उनमें कैंसर रोगी, ऑर्गन ट्रांसप्लांट और रूमेटोइड गठिया जैसी स्थितियों वाले लोग शामिल हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का अनुमान है कि अमेरिका में आबादी का लगभग 2 प्रतिशत से 3 प्रतिशत इस समूह में आता है. विशेष रूप से FDA ने 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वयस्कों और बच्चों के लिए एस्ट्राजेनेका दवा एवुशेल्ड को अधिकृत किया है. नियामकों ने कहा कि आवश्यक दो एंटीबॉडी इंजेक्शन छह महीने के लिए COVID-19 संक्रमण रोकने में प्रभावी हो सकते हैं.
एंटीबॉडी दवाओं का निर्माण करना मुश्किल
एफडीए और अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया है कि एंटीबॉडी दवाएं टीकों का विकल्प नहीं हैं, जो वायरस से सुरक्षा का सबसे प्रभावी, लंबे समय तक चलने वाला और किफायती रूप है. एंटीबॉडी दवाओं का निर्माण करना मुश्किल होता है और अक्सर टीके की तुलना में प्रति खुराक 1,000 अमरीकी डॉलर से अधिक खर्च होता है. टीका आमतौर पर प्रति शॉट 30 अमेरिकी डॉलर से कम होता है. एफडीए ने रेजेनरॉन, एली लिली और ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन से तीन अन्य एंटीबॉडी उपचारों को अधिकृत किया है. इनमें अमेरिकी सरकार हजारों खुराक खरीद रही है. सभी को IV या इंजेक्शन की आवश्यकता होती है.
उनका उपयोग हाल के संक्रमण वाले लोगों के इलाज के लिए किया जाता है, जिन्हें अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण गंभीर COVID-19 के बढ़ने का सबसे अधिक जोखिम होता है. संभावित कोरोना वायरस के संपर्क में आने के बाद संक्रमण को रोकने के लिए दो का उपयोग किया जा सकता है.