महात्मा गांधी से प्रभावित भारतीय मूल के एक डॉक्टर राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) की कार्यपद्धति के विरोध में पर पांच दिवसीय अनशन कर रहे हैं. उनके अनशन से ब्रिटेन के स्वास्थ्य सेवा को लेकर चिंता बढ गई है.
मस्तिष्क व्यवहार के जाने माने चिकित्सक नरेंद्र कपूर को अस्पताल में अल्पप्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा मरीजों का उपचार किए जाने का भंडाफोड करने के कारण वर्ष 2010 में कैंब्रिज अस्पताल से निलंबित कर दिया गया था.
उनका कहना था कि इससे मरीजों को खतरा हो सकता है. खबरों के मुताबिक, जुलाई में ब्रिटिश रोजगार न्यायाधिकरण ने व्यवस्था दी कि ब्रिटिश न्यूरोसाइकोलॉजिकल सोसाइटी के पूर्व अध्यक्ष को गलत तरीके से हटाया गया, लेकिन उनकी फिर से बहाली नहीं हुई.
डॉ. कपूर ने कहा, ‘एनएचएस की नाकामी को देखते हुए मुझे दुख होता है कि किस तरह से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मरीजों को नुकसान हो रहा है. महात्मा गांधी से प्रभावित होकर यह अनशन कर रहा हूं.’
डॉक्टर के पांच दिवसीय अनशन का मंगलवार को दूसरा दिन है. वह स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय के बाहर यह अनशन कर रहे हैं.
एनएचएस कई तरह की ‘नाकामियों’ का सामना कर रहा है. कर्मचारियों से सही व्यवहार और प्रबंधन नहीं हो रहा है, जिससे मरीजों का ठीक से उपचार नहीं हो रहा.