अल कायदा से संबंध रखने के संदेह में न्यूयार्क में गिरफ्तार बांग्लादेशी छात्र वीजा पर अमेरिका पहुंचा था और उसे यहां वैध शैक्षणिक कार्यक्रम में दाखिला लेना था. एक अमेरिकी अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
एक हजार पाउंड वजनी बम में विस्फोट कर शहर की फेडरल रिजर्व बिल्डिंग को उड़ाने की उसकी योजना को नाकाम करते हुए संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने एक गोपनीय अभियान के तहत काजी मोहम्मद रिजवानुल अहसन नफीस को गिरफ्तार कर लिया था.
विदेश विभाग की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने बताया, ‘संदिग्ध के पास अमेरिका में एक वैध शैक्षणिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए छात्र वीजा था जिसके लिए उसने क्वालीफाई किया था.’
वीजा आवेदनों पर मौजूदा कानूनों और विदेश विभाग के नियमों के अनुसार फैसला लिए जाने की बात को रेखांकित करते हुए नूलैंड ने कहा कि हर मामले को ध्यान से देखा जाता है और अमेरिकी सरकार के डाटाबेस तथा अन्य सरकारी एजेंसियों के पास उपलब्ध पूरी सूचना के आधार पर पड़ताल की जाती है.’
नूलैंड ने हालांकि इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया कि क्या यह मामला सामने आने के बाद बांग्लादेश से आने वाले छात्र वीजा आवेदनों की जांच पड़ताल का और कडी कर दी जायेगी. उन्होंने कहा, ‘हम नियमित आधार पर अपनी वीजा प्रणाली को अपडेट करते रहते हैं.’
विदेश विभाग के एक अन्य अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि नफीस को दिसंबर 2011 में एफ 1 वीजा जारी किया गया था. वर्ष 2011 में विदेश विभाग द्वारा बांग्लादेश के लिए 1136 एफ 1 वीजा किये गये थे जबकि विश्व स्तर पर उस साल 476000 एफ 1 वीजा जारी किए गए थे.