ईरान की राजधानी तेहरान में सोमवार को मेजर जनरल कासिम सुलेमानी के अंतिम संस्कार के दौरान भीड़ का हुजूम दिखाई दिया. इस दौरान अमेरिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई और बदला लेने की मांग भी उठी. बता दें कि शुक्रवार को अमेरिकी स्ट्राइक में ईरान की कुद्स फोर्स के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या कर दी गई थी जिसके बाद से ही ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है.
ईरान के सुप्रीम नेता अयोतुल्लाह खमनेई की मौजूदगी में जनाजे की नमाज अदा
की गई. सुलेमानी के उत्तराधिकारी इस्माइल घानी खमनेई के बगल में खड़े रहे.
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी व अन्य बड़े नेता भी जनरल सुलेमानी को
श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
तेहरान में भीड़ को संबोधित करते हुए सुलेमानी की बेटी जैनब सुलेमानी ने
कहा कि उनके पिता की मौत अमेरिका के लिए बहुत बुरे दिन लाएगी. जैनब ने कहा,
"क्रेजी ट्रंप, ये मत सोचिए कि मेरी पिता की शहादत के साथ सब कुछ खत्म हो
गया है."
ईरान के सुप्रीम नेता अली हुसैन खमनेई ने जनाजे की नमाज अदा की. अलजजीरा की
रिपोर्ट के मुताबिक, जनाजे की नमाज अदा करते वक्त वह रोते हुए दिखाई दिए.
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के सुप्रीम लीडर बहुत ही भावुक दिखाई
दिए जबकि उन्हें इस तरह से भावुक होते हुए बहुत कम ही देखा गया है. ईरान के
सभी उच्चाधिकारियों और नेताओं में तीव्र भावनाएं देखने को मिल रही हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है, सुलेमानी को जिस तरह से मारा गया है, उससे ईरानी
बहुत गुस्से में हैं... उन्हें लगता है कि यह बहुत ही अन्यायपूर्ण था.
ईरान की अर्ध सरकारी न्यूज एजेंसी इस्ना के मुताबिक, तेहरान की सड़कें लोगों से इतनी भर गई थीं कि लोग अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों से बाहर तक नहीं निकल पा रहे थे.
हमास प्रमुख भी अंतिम संस्कार में हुए शामिल
हमास के नेता इस्माइल हनियाह ने ईरानियों को संबोधित करते हुए सुलेमानी को 'जेरुसलम का शहीद' करार दिया.
इस्माइल ने इसके साथ प्रतिज्ञा ली कि फिलिस्तीन संगठन सुलेमानी की दिखाई राह पर चलेंगे और अमेरिकी प्रभाव को खत्म करने की कोशिश करेंगे.
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को चेतावनी दी कि अगर ईरान ने अपने मेजर जनरल का बदला लेने की कोशिश की तो वह ईरान की सांस्कृतिक ठिकानों को तबाह कर देंगे. ट्रंप ने धमकी दी कि अगर ईरान के दोस्त इराक ने अपने देश से अमेरिकी फौज को हटने के लिए मजबूर किया तो वह उस पर बहुत कड़े प्रतिबंध थोप देंगे.
फ्लोरिडा से अपनी छुट्टी बिताकर लौट रहे ट्रंप ने संवाददाताओं के सामने शनिवार को किए गए ट्वीट की बात दोहराई और कहा कि ईरान में 52 ठिकाने अमेरिका के निशाने पर हैं. इनमें से कई सांस्कृतिक महत्व की जगहें भी हैं. ट्रंप का इशारा ईरान की धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों की ओर था.
ट्रंप ने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा, "उन्हें हमारे लोगों को मारने की इजाजत है? वे हमारे लोगों को प्रताड़ित कर रहे हैं. उनका जहां मन करता है, बम गिरा देते हैं और हमारे लोगों को उड़ा देते हैं तो फिर हमें उनकी सांस्कृतिक स्थलों को हाथ लगाने की इजाजत क्यों नहीं है, दुनिया ऐसे नहीं चलती है."