बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने रविवार को हुगली के रिशड़ा स्थित जवान पी.के. शॉ के घर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की. वहीं भाजपा सांसद अर्जुन सिंह भी सैनिक के परिवार से मिलने पहुंचे. बीएसएफ जवान के पिता भोला नाथ शॉ और पत्नी रजनी शॉ ने बीएसएफ अधिकारियों से हुई बातचीत पर संतोष व्यक्त किया है.
रजनी शॉ, जो गर्भवती हैं, ने बताया कि वे फ्लाइट से चंडीगढ़ जाने की योजना बना रहे हैं, इसके बाद वे पठानकोट जाएंगे. हालांकि पिता भोला नाथ शॉ ने कहा कि अब तक फ्लाइट टिकट कंफर्म नहीं हुआ है, इसलिए पठानकोट जाने की योजना अभी तय नहीं है.
BSF अधिकारियों ने बढ़ाया परिवार का हौसला
बीएसएफ अधिकारियों ने जवान पी.के. शॉ के पिता और पत्नी से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया और आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार और बीएसएफ जवान की रिहाई के लिए हरसंभव कदम उठा रहे हैं और जल्द ही अच्छे परिणाम आने की उम्मीद है.
परिवार आज की फ्लाइट से चंडीगढ़ जाने की योजना बना रहा है. अगर उन्हें फ्लाइट टिकट मिल जाता है तो वे पठानकोट बीएसएफ मुख्यालय जाएंगे जहां पी.के. शॉ तैनात थे. वहां वे वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर रिहाई की प्रक्रिया में तेजी लाने की अपील करेंगे.
परिवार से मिलने पहुंचे बीजेपी सांसद
इस बीच भाजपा नेता और बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह ने भी रिशड़ा स्थित पी.के. शॉ के निवास पर जाकर परिवार से मुलाकात की. अर्जुन सिंह ने कहा कि जब भारत सरकार विंग कमांडर अभिनंदन को वापस ला सकती है, तो पी.के. शॉ को भी पाकिस्तान की कैद से वापस लाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि हमारे पास प्रधानमंत्री मोदी जैसा नेतृत्व है जो सीधे हस्तक्षेप कर सकते हैं. अर्जुन सिंह ने भरोसा दिलाया कि सरकार हर माध्यम से जवान को वापस लाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने यह भी बताया कि विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी फोन पर परिवार से बातचीत की है.
जवान की वापसी के प्रयास जारी
बता दें कि 182वीं बटालियन के कांस्टेबल किसानों को बॉर्डर के पास लगी बाड़ के पास ले जा रहे थे, तभी वे गलती से पाकिस्तानी सीमा में दाखिल हो गए और रेंजर्स ने उन्हें पकड़ लिया. बीएसएफ जवान वर्दी में थे और उनके पास उनकी सर्विस राइफल थी.
इस घटना के बाद बीएसएफ ने अपने जवान को वापस लाने के प्रयास शुरू किए. कई प्रयासों के बावजूद पाकिस्तान रेंजर्स ने अब तक जवान को वापस नहीं सौंपा है और उसके ठिकाने को लेकर कोई जानकारी देने से इनकार किया है.
बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग के लिए कई बार मांग की, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगी. इस घटना के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर सभी बीएसएफ यूनिट्स को हाई अलर्ट पर रखा गया है. बीएसएफ अब रेंजर्स के साथ फील्ड कमांडर स्तर की बैठक कराने की कोशिश कर रही है, ताकि जवान को जल्द से जल्द सुरक्षित भारत वापस लाया जा सके.