उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में सक्रिय महाराष्ट्र की महिलाओं के एक टप्पेबाज गैंग (चुपके से चोरी करने वाला गैंग) का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. यह गैंग सरेआम ऑटो और ई-रिक्शा में सवारी बनकर बैठता, महिलाओं को बातों में उलझाता और पलक झपकते ही उनके गहने उड़ा लेता था.
बांदा पुलिस ने दर्जन भर से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद चार महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इनके कब्जे से चोरी किए गए गहनों और करीब 50 हजार रुपये नकद बरामद हुए हैं.
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पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार महिलाएं नागपुर (महाराष्ट्र) की रहने वाली हैं और बांदा सहित आसपास के जिलों में बच्चों के खिलौने, गुब्बारे आदि बेचने का काम करती थीं. इस दौरान भीड़भाड़ वाले इलाकों में टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देती थीं.
बीते दिनों शहर कोतवाली क्षेत्र में एक महिला की गले की सोने की चेन चोरी करने का मामला सामने आया था, जिसमें यह गैंग शामिल था. सीसीटीवी फुटेज में चारों महिलाएं एक रिक्शे में सवार होकर आती-जाती और वारदात को अंजाम देती नजर आईं.
दरअसल, पिछले कुछ समय से बांदा में टप्पेबाजी की वारदातें बढ़ रही थीं. इस पर एसपी ने दो विशेष टीमों का गठन किया. जांच में सामने आया कि महिलाएं ऑटो या ई-रिक्शा में महिला यात्रियों के साथ बैठकर सफर शुरू करतीं. फिर उन्हें बातचीत में उलझाकर गहनों को चुपके से निकाल लेतीं और मौके से उतरकर फरार हो जातीं. चोरी किए गए गहनों को औने-पौने दाम में बेचकर नकदी में बदल देती थीं.
मामले में पुलिस ने कही ये बात
एएसपी शिवराज ने बताया कि रक्षाबंधन और कजली मेला की सुरक्षा ड्यूटी के दौरान पुलिस टीम ने इन चारों टप्पेबाज महिलाओं को रंगेहाथ पकड़ लिया. पूछताछ में इन्होंने अपना जुर्म स्वीकार किया और खुलासा किया कि इनके अन्य साथी भी आसपास के जिलों में सक्रिय हैं. पुलिस अब गैंग के अन्य सदस्यों की पहचान और तलाश में जुटी हुई है. पुलिस ने महिलाओं को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और इनके आपराधिक इतिहास की पड़ताल जारी है.