एक बार फिर उत्तर प्रदेश के नौकरशाही में डीजीपी प्रशांत कुमार के एक्सटेंशन की चर्चा तेज हो गई है, वजह प्रशांत कुमार के साथ रिटायर हो रहे अफसरों को मिलने विदाई समारोह के लंच का आमंत्रण.
दरअसल, 31 मई को उत्तर प्रदेश से डीजी रैंक के तीन अफसरों का रिटायरमेंट है, जिसमें डीजी जेल पीवी राम शास्त्री, डीजी टेलीकॉम संजय एम तरडे के साथ-साथ मौजूदा कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार का भी 31 मई को रिटायरमेंट होना है. प्रशांत कुमार समेत डीजी रैंक के तीन अफसरो के साथ-साथ तीन डीआईजी रैंक के भी 3 अफसर, किरण यादव डीआईजी वूमेन पावर लाइन, अरविंद चतुर्वेदी डीआईजी विजिलेंस और तेज स्वरूप सिंह डीआईजी पुलिस हेडक्वार्टर भी रिटायरमेंट होंगे.
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परंपरा के अनुसार, रिटायर हो रहे अफसर को डीजीपी की तरफ से लंच/डिनर दिया जाता है. डीजीपी की तरफ से आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का निमंत्रण डीजीपी के स्टाफ अफसर की तरफ से अफसर को भेजा जाता है. आज पुलिस हेडक्वार्टर में 1:30 बजे लंच का कार्यक्रम है, डीजीपी के स्टाफ अफसर की तरफ से भेजे पत्र में जिन अफसरों रिटायरमेंट पर यह लंच दिया जा रहा है उसमें 5 अफसरों का तो नाम है लेकिन मौजूदा कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार का नाम नहीं है. इसी के बाद से चर्चा तेज हो गई है कि क्या यूपी सरकार प्रशांत कुमार को सेवा विस्तार देने जा रही है.
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हालांकि, जानकारों का कहना है कि आईपीएस अफसरो के रिटायरमेंट पर लंच या डिनर डीजीपी की तरफ से ही दिया जाता है. डीजीपी की तरफ से दिए जाने वाले इस लंच का जो आमंत्रण है वह स्टाफ अफसर की तरफ से भेजा जाता है. लेकिन इसको सेवा विस्तार से जोड़ना कयास के लिए ठीक है लेकिन आधिकारिक सेवा विस्तार का आदेश न जाए कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.