
एक घर, तीन लाशें, और 48 घंटे बाद भी कातिल फरार... ये कहानी है यूपी के बिजनौर में हुए ट्रिपल मर्डर केस की, जिसमें कबाड़ी का काम करने वाले मंसूर, उसकी पत्नी जुबेदा और बेटे याकूब की धारदार हथियार से निर्मम हत्या की गई. लेकिन इस वारदात को किसने और क्यों अंजाम दिया, इस बारे में अभी कुछ भी सामने नहीं आया है. फिलहाल, एसओजी, सर्विलांस और पुलिस की कई टीमें इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का प्रयास कर रही हैं. मामले में दर्जन भर संदिग्धों से पूछताछ हो चुकी है, सीसीटीवी फुटेज के साथ-साथ कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है.
सोमवार रात बिजनौर के जिस मोहल्ला मिर्दगान में मंसूर (60), उसकी पत्नी (59) और एक बेटे (20) का कत्ल हुआ, पुलिस वहां के रास्तों पर लगे सीसीटीवी के फुटेज चेक कर रही है. एसओजी की टीम इलाके के अपराधियों की गतिविधियों पर भी नजर बनाए हुए है. साथ ही सर्विलांस टीम मोबाइल नंबरों के आधार पर सीडीआर और लोकेशन के जरिए केस को सुलझाने में लगी है.
मिर्दगान के आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों और मृतक से रंजिश रखने वालों की कुंडली खंगाली जा रही है. कुछ संदिग्धों को उठाया गया है. लगातार पूछताछ की जा रही है. मृतकों के मोहल्ले में कौन-कौन आया गया, ये सब भी चेक किया जा रहा है. लेकिन अभी तक पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है.
बड़े अधिकारियों ने डाला डेरा
बिजनौर हत्याकांड की गूंज लखनऊ तक पहुंची तो प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में एडीजी रमित शर्मा और डीआईजी मुनिराज ने मौके का मुआयना किया. अधिकारी देर शाम तक बिजनौर में ही डेरा डाले रहे. एसपी को जल्द खुलासे का निर्देश दिया.
फिलहाल, मामले में मृतक कबाड़ी मंसूर के भाई गुलाम नवी की तहरीर पर फुरकान उर्फ पहिया (निवासी मिर्दगान), पहिया का बेटा, शकील (निवासी कांशीराम) को नामजद करते हुए 4 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है. पुलिस हर एंगल से हत्याकांड की जांच कर रही है.
कौन है फुरकान उर्फ पहिया?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मृतक मंसूर के हिस्ट्रीशीटर बेटे जहूर का झगड़ा पिछले हफ्ते फुरकान उर्फ पहिया के साथ हुआ था. फुरकान का भी अपराधिक इतिहास है. उस पर हत्या समेत 6 मामले दर्ज हैं. साल 2007 में वह एक मर्डर केस में जेल भी जा चुका है. इसके अलावा फुरकान पर मारपीट के चार मामले अलग दर्ज हैं. अपने से 20 साल छोटी युवती से जबरन निकाह करने का मामला भी उसके खिलाफ थाना कोतवाली में दर्ज है.
मृतक मंसूर एंड फैमिली का क्राइम रिकॉर्ड
जहां मृतक मंसूर पर चोरी और गोकशी सहित 6 मुकदमे दर्ज हैं वहीं, उसके बड़े बेटे चांद पर 6 केस दर्ज हैं. एक मुकदमे में उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो रखा है. इसके अलावा मंसूर उर्फ भूरा के हिस्ट्रीशीटर बेटे जहूर पर गैंगस्टर और गोकशी सहित कुल 9 मामले दर्ज हैं.
मंसूर के तीसरे बेटे मतलूब पर कुल 12 केस हैं. वह भी हिस्ट्रीशीटर है. वर्तमान में मतलूब हत्या के मामले में जेल में बंद है. छोटे बेटे याकूब और पत्नी की हत्या हो चुकी है. जबकि, बेटी शादी के बाद से ससुराल में है.