
वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के कैथोर गांव में 21 दिसंबर को एक 28 वर्षीय महिला की सिर कुचली लाश बरामद हुई. पुलिस ने महिला के हाथ पर बने अंग्रेजी अक्षर P और L के टैटू के जरिए उसकी पहचान लक्ष्मी मिश्रा के रूप में की. जांच में पता चला कि उसके पति प्रदीप मिश्रा ने ही शक के चलते इस वारदात को अंजाम दिया है. आरोपी ने 19 दिसंबर की रात गला घोंटने के बाद ईंट से चेहरा कुचलकर शव को बाजरे के ढेर में छिपा दिया था. अब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त मफलर और ईंट बरामद कर ली है.
टैटू बना काल और पुलिस के हाथ लगी बड़ी कामयाबी
चोलापुर पुलिस को जब महिला का शव मिला, तो उसकी पहचान पूरी तरह मिटाने की कोशिश की गई थी. चेहरा बुरी तरह कुचला हुआ था. एडीसीपी वरुणा नीतू कात्यान के मुताबिक, महिला के हाथ पर लिखे 'PL' से पुलिस ने कड़ियां जोड़ीं. P का मतलब प्रदीप और L का मतलब लक्ष्मी निकला.

जब पुलिस ने प्रदीप की तलाश की, तो वह गायब मिला. यहीं से शक गहरा गया. पुलिस ने कड़ी मेहनत के बाद बीते दिन आरोपी प्रदीप मिश्रा उर्फ गुड्डू को महमूदपुर मोड़ से धर दबोचा. कड़ाई से पूछताछ में उसने जुर्म कबूल कर लिया.
शक की आग और खौफनाक कत्ल की पूरी कहानी
पूछताछ में आरोपी प्रदीप ने बताया कि उसकी शादी 2017 में हुई थी, लेकिन उसे अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था. 19 दिसंबर को वह लक्ष्मी को अपनी बहन के घर जौनपुर ले गया था, जहां फिर विवाद हुआ. गुस्से में प्रदीप उसे चाय पिलाने के बहाने ऑटो में बैठाकर सुनसान रास्ते पर ले गया. वहां उसने पहले मफलर से लक्ष्मी का गला घोंटा और फिर पहचान छिपाने के लिए ईंट से चेहरा कुचलकर शव को झाड़ियों में फेंक दिया.

पहचान मिटाने की हर कोशिश हुई नाकाम
46 वर्षीय प्रदीप ने सोचा था कि चेहरा कुचल देने से लाश लावारिस रह जाएगी और वह बच निकलेगा. वह वारदात के बाद वापस अपनी बहन के घर चला गया था. फिलहाल, पुलिस ने उसके कब्जे से घटना में इस्तेमाल किया गया ऑटो, मोबाइल फोन और वह सीमेंटेड ईंट भी बरामद कर ली है जिससे चेहरा कुचला गया था. अब आरोपी सलाखों के पीछे है. टैटू की एक छोटी सी निशानी ने शातिर कातिल के मंसूबों पर पानी फेर दिया और मृतका को इंसाफ दिलाने में मदद की.