यूपी एटीएस ने आतंकी गतिविधियों में लिप्त 2 लोगों को रविवार को गिरफ्तार किया था. इसमें एक गोंडा निवासी सद्दाम शेख भी है. जो कि देहात कोतवाली क्षेत्र के करणपुर का पठान पुरवा गांव में रह रहा था. उसके 3 बच्चे हैं. इस मामले में उसकी बीवी और सास ने चौंकाने वाली बात बताई हैं.
सद्दाम की बीवी रुबीना ने कहा है कि वो गोंडा का रहने वाला नहीं है. साल 2005 में गुजरात के लालापुरवा का रहने वाला राकेश उसको लेकर आया था. तब से वो यहीं रह रहा था. गांव में उसको जमीन दिलाई गई. इसके बाद 2010 में गांव के पूर्व प्रधान के रेशम फार्म में काम करने वाले खान साहब गांव के पूर्व प्रधान कल्लन ने उसकी शादी कराई थी.
'वो गोंडा में बहुत शांत रहता था'
रुबीना ने बताया कि सद्दाम का आधार और राशन कार्ड व अन्य पेपर गांव के प्रधान गुड्डू सिंह ने बनवाए. वो गोंडा में बहुत शांत रहता था और कर्नाटक में रहकर गाड़ी चलाता था. वो अक्टूबर में गांव आया था. महिला का कहना है, अगर सद्दाम देश के विरोध में काम करता था तो उसे सजा मिले.
'हमें उनसे कोई हमदर्दी नहीं है'
महिला ने आगे कहा कि बीते दिन पुलिस वाले आए थे. उन्होंने सद्दाम के बारे में पूछताछ की. इसके बाद पता चला कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. अगर, उन्होंने देश के साथ गद्दारी की है तो सजा मिलनी चाहिए. हमें उनसे कोई हमदर्दी नहीं है.
'हमने कई बार ये जानने की कोशिश की'
बताया कि सद्दाम उसे 6000-7000 रुपये महीने का खर्चा देता था. हमने कई बार ये जानने की कोशिश की वो कहां का रहने वाला है. पर हर बार यही जवाब मिलता था कि हमारा कोई नहीं है. हमारे मां-बाप पर चुके हैं. वो हमें बचपन में ही छोड़कर चले गए थे.
हमने कोई पेपर नहीं तैयार कराए- प्रधान
उधर, गांव के प्रधान अंकित सिंह ने बताया कि सदाम 2005 तक पुलिया के नीचे रहता था. कल्लन ने उसको जमीन दिलाई और शादी कराई. हमने कोई पेपर नहीं तैयार कराए. प्रधान ने आरोप लगाया कि इसके साथ कल्लन के यहां एक और शख्स आया था. वो डॉक्यूमेंट्स बनवाना चाहता था. प्रधान ने सनसनीखेज आरोप गया कि कल्लन के यहां एक सिकंदर नाम का शख्स भी है. फिलहाल वो कहां है, इसका पता नहीं.