उत्तर प्रदेश के शामली में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. कुख्यात संजीव जीवा गैंग का शार्प शूटर और एक लाख का इनामी बदमाश फैसल झिंझाना के जंगल में मुठभेड़ के दौरान मारा गया. लूटपाट की कई घटनाओं में वांछित फैसल के मारे जाने से जिले में अपराधियों के हौसले पस्त हुए हैं.
आपको बता दें कि पुलिस मुठभेड़ में फैसल पुत्र अकील नामक बदमाश मारा गया. यह घटना झिंझाना थाना क्षेत्र के जंगल में हुई. पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग और जवाबी कार्रवाई हुई. वाहनों की चेकिंग के दौरान बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसपर पुलिस ने जवाबी फायरिंग की.
झिंझाना पुलिस और स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में फैसल मारा गया. ऊन-चौसाना मार्ग पर वाहनों की चेकिंग चल रही थी, तभी बदमाशों ने पुलिस पर गोली चला दी. पुलिस ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की, जिसमें फैसल गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई. इस दौरान एसओजी सिपाही दीपक निर्वाण भी गोली लगने से घायल हो गए, जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है.
कौन था फैसल?
फैसल मूल रूप से मेरठ जिले के लिसाड़ी गेट का निवासी था, लेकिन वर्तमान में मुजफ्फरनगर के खालापार में रह रहा था. वह कुख्यात संजीव जीवा गैंग का प्रमुख शार्प शूटर था. शामली जिले में लूट की कम से कम दो घटनाओं में वांछित था, जिसके चलते उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. हाल ही में, गुरुवार शाम को उसने बरनावी गांव में लूट की वारदात को भी अंजाम दिया था. उसका साथी शाहरुख पठान भी डेढ़ माह पहले एसटीएफ की मुठभेड़ में मारा गया था.
मौके से क्या-क्या मिला?
पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से दो मोटरसाइकिलें, दो .32 बोर पिस्टल, नौ जिंदा कारतूस, पांच खोखे और लूटी गई बाइक, मोबाइल फोन तथा नकदी बरामद की है. फैसल का एक अन्य साथी मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में जंगल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कॉम्बिंग अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस अधीक्षक एन.पी. सिंह ने बताया कि फैसल पर हत्या, लूट, रंगदारी वसूली तथा गैंगस्टर एक्ट सहित कई गंभीर मामले दर्ज थे.