उत्तर प्रदेश के संभल जिले में बारिश के चलते सड़कों पर जलभराव एक बार फिर जानलेवा साबित हुआ. रायसत्ती थाना क्षेत्र में मंदिर से लौटते समय 4 वर्षीय मासूम बच्ची नाले में गिर गई और उसकी मौत हो गई. यह घटना रविवार को हुई और जिले में एक ही दिन में नाले में डूबने से यह दूसरी मौत है.
जानकारी के मुताबिक, बढ़ई वाली बस्ती निवासी राजेश अपनी पत्नी और 4 वर्षीय बेटी अर्चना के साथ रायसत्ती थाने के पास स्थित मंदिर में दर्शन करने गए थे. दर्शन कर लौटते समय जैसे ही परिवार मंदिर परिसर से बाहर आया, नाले के ऊपर बने स्लैब को पार करते वक्त अर्चना का पैर फिसल गया और वह गहरे नाले में गिर गई. सड़कों पर भरे पानी के कारण परिजन उसे तुरंत देख नहीं पाए.
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बच्ची नाले में करीब 200 मीटर तक बह गई. स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत कर आधे घंटे बाद बच्ची को बाहर निकाला और जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बता दें कि इससे पहले चंदौसी में गणेश मेला ड्यूटी पर जा रहे बाइक सवार सिपाही की भी नाले में गिरकर मौत हो चुकी थी.
एक ही दिन में दो बड़ी घटनाओं ने नगर पालिका की कार्यप्रणाली और जलभराव प्रबंधन की पोल खोल दी है. वहीं, बच्ची के पिता राजेश ने बताया कि बारिश के चलते उन्होंने बच्चों को एक ओर खड़ा कर दिया था, लेकिन हल्की बारिश थमने पर जैसे ही वह उन्हें लेने गए, तभी अर्चना का पैर फिसल गया. उन्होंने आरोप लगाया कि नाले पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं थे.
जिला अस्पताल के डॉक्टर चमन प्रकाश ने पुष्टि की कि बच्ची को मृत अवस्था में लाया गया था. पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस हादसे से परिवार में कोहराम मचा हुआ है और क्षेत्र में गुस्सा व्याप्त है. लोगों का कहना है कि नगर पालिका की लापरवाही ने मासूम की जान ले ली.