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संभल: शादीशुदा प्रेमी संग रहने की जिद, पिता-भाई ने मिलकर घोंट दिया बेटी का गला, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी 'खेल' की कोशिश

संभल पुलिस के मुताबिक, प्रेम प्रसंग के चलते युवती के पिता और भाई के द्वारा मिलकर उसकी हत्या की गई थी. इस ऑनर किलिंग के बाद उन्होंने युवती के प्रेमी को फंसाने का प्रयास किया और उसपर झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया.   

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संभल पुलिस की गिरफ्त में हत्यारोपी
संभल पुलिस की गिरफ्त में हत्यारोपी

यूपी के संभल जिले में एक युवती की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, प्रेम प्रसंग के चलते युवती के पिता और भाई के द्वारा मिलकर उसकी हत्या की गई थी. इस ऑनर किलिंग के बाद उन्होंने युवती के प्रेमी को फंसाने का प्रयास किया और उसपर झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया.   

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हत्याकांड का राज न खुल सके इसके लिए 'कातिल' पिता और भाई ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवाने के लिए फार्मासिस्ट से 50 हजार में सेटिंग भी कर ली थी. लेकिन पुलिस की जांच शुरू हुई तो ऑनर किलिंग से लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवाने तक के लिए की गई सारी सेटिंग की परतें खुलती चली गईं. जिसके बाद पुलिस ने बेटी के हत्यारे पिता और भाई सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इसमें फार्मासिस्ट भी शामिल है. 

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दरअसल, रजपुरा थाना इलाके के हरदासपुर गांव की निवासी 18 वर्षीय मंजू का शव 27 मई को फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला था. परिजनों के द्वारा पुलिस को सुसाइड करने की जानकारी दी गई तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल करते हुए युवती के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था.  

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जिसके बाद 31 मई को मृतक युवती के पिता चंद्रकेश और भाई धर्मेंद के द्वारा गांव के ही निवासी प्रमोद, उमेश, पप्पी, हरनारायण और दो अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया था. इसी बीच युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो उसमें स्ट्रेगुलेशन यानी गला दबाकर हत्या होने की बात सामने आई. 

ऐसे में पुलिस को शक हुआ. उसने मामले की जांच पड़ताल दूसरी दिशा में आगे बढ़ाई. पुलिस को सर्विलांस टीम के माध्यम से कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले साथ ही चंद्रकेश और धर्मेंद्र के ही घटना में शामिल होने की जानकारी मिली. जिसपर रजपुरा थाना पुलिस और सर्विलांस टीम ने मृतक युवती मंजू के पिता चंद्रकेश व भाई धर्मेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पहले तो उन्होंने इधर उधर की कहानी सुनाई, लेकिन कड़ाई से पूछताछ में ऑनर किलिंग की घटना को स्वीकार कर लिया. 

जानिए पूरी कहानी, आरोपियों की जुबानी

हत्यारोपी चंद्रकेश और धर्मेंद्र ने बताया कि मंजू का गांव के ही रहने वाले शादीशुदा युवक प्रमोद के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. हत्या से पहले प्रमोद के मोबाइल फोन में मंजू से बातचीत का ऑडियो क्लिप प्रमोद की पत्नी पूनम ने सुन लिया था. पूनम ने वह ऑडियो अपने भाई उमेश के साथ शेयर भी किया था. जिसके बाद प्रमोद और उसकी पत्नी पूनम व साले उमेश के बीच काफी झगड़ा हुआ. उस दौरान मंजू भी मौके पर मौजूद थी. 

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विवाद को निपटाने के लिए मंजू के पिता चंद्रकेश और उसके भाई धर्मेंद्र प्रमोद के घर गए थे लेकिन वहां पर गाली-गलौच के बीच प्रमोद की पत्नी पूनम ने मंजू के पिता और भाई को काफी बेइज्जत किया था. गुस्से में लाल चंद्रकेश और धर्मेंद्र मंजू को वापस घर लेकर लौट आए थे. घर पर पिता और भाई ने मंजू को काफी समझाने की कोशिश की लेकिन मंजू प्रमोद के साथ रहने की जिद पर अड़ी रही. मंजू के पिता और भाई को डर हो गया था कि मंजू अब जल्दी ही शादीशुदा प्रेमी प्रमोद के साथ भाग जाएगी और उसकी समाज में बड़ी बदनामी होगी.

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ऐसे में चंद्रकेश और भाई धर्मेंद्र ने अपने साले जयप्रकाश के साथ मिलकर मंजू का मर्डर करने और प्रमोद व उसके साले उमेश को मर्डर केस में फंसाने की साजिश रची. इसके तहत पहले तो उन्होंने मंजू की गला दबाकर हत्या की फिर उसे सुसाइड का रूप देने के लिए शव को घर के अंदर ही फांसी के फंदे पर लटका दिया.  

प्लानिंग के तहत घटना के बाद प्रमोद और उसके साले उमेश को फंसाने के लिए धर्मेंद्र ने अपने साले जयप्रकाश से फोन पर बात की और फिर उमेश को घटनास्थल पर बुला लिया. उमेश सुबह 9 बजे घटनास्थल पर पहुंचा तो उसके ऊपर और प्रमोद पर मंजू की हत्या का आरोप लगा दिया गया. इतना ही नहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवाने के लिए हत्यारोपी पिता-पुत्र के द्वारा स्वास्थ्य विभाग के फार्मासिस्ट मधुर आर्य से सेटिंग की गई थी. पैसों के लेनदेन में देरी होने के कारण मंजू के शव का पोस्टमार्टम भी 27 मई के बजाय 28 मई को किया गया था. जब मंजू की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो उसमें भी स्ट्रेगुलेशन यानी गला दबाकर हत्या होने की बात लिखी गई थी. 

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फिलहाल, पुलिस ने मंजू की हत्या में शामिल पिता चंद्रकेश, भाई धर्मेंद्र, धर्मेंद्र का साला जयप्रकाश, प्रवेश और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की सेटिंग करने वाले मधुर आर्य सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फार्मासिस्ट के पास से रिश्वत के लिए गए 50 हजार रूपये में से 15 हजार और मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है. 

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