उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सहारनपुर (Saharanpur) में स्थित इस्लामिक शिक्षा के केंद्र दारुल उलूम देवबंद (Darul Uloom Deoband) ने गजवा-ए-हिन्द को मान्यता देने वाला फतवा जारी किया. इसके बाद NCPCR ने पत्र लिखकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. निर्देश आने के बाद सहारनपुर के जिला अधिकारी ने एसडीएम और सिओ देवबंद को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है. जिसके बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे.
दारुल उलूम देवबंद ने गजवा-ए-हिन्द को मान्यता देने वाला फतवा अपनी वेबसाइट के जरिए जारी किया था. इसमें गजवा-ए-हिन्द को इस्लामिक नजरिए से वैध बताते हुए महिमा मंडित किया गया है.
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तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश
जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह ने बताया कि एनसीपीसीआर से निर्देश प्राप्त हुए हैं, जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को इस बारे में लेटर भेज दिया गया है. देवबंद के सीओ एसडीएम को भी इस संबंध में निर्देश दिया गया है कि मामले में तुरंत कार्रवाई की जाए.
एनसीपीसीआर ने कहा कि यह बच्चों के विकास के लिए सही नहीं है और इसी को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई के लिए एक पत्र भेजा गया था, जो उन्हें मिल चुका है और कार्रवाई का आदेश दे दिया गया है. एसडीएम और सीओ टीम सहित मौके पर गए हैं, शाम तक इसमें प्रभावी कार्रवाई की जाएगी.
इस मामले में दारुल-उलूम देवबंद का बयान सामने आया है. दारुल-उलूम ने आजतक से कहा कि हम FIR और कानूनी कार्रवाई की निंदा करते हैं. यह 2008 की पुरानी जानकारी है. आज वे अचानक क्यों जाग गये हैं? अब चुनाव से ठीक पहले उन्होंने इसके बारे में क्यों सोचा?