रामपुर में एक ऐसे रिश्ते की कहानी सामने आई है जिसने मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ दीं. यहां एक युवक अपनी सगी चाची के प्रेम में पहले अंधा हो गया कि जब घर वालों ने इस अस्वीकृत रिश्ते को नकारा, तो उसने जहर खाकर अपनी जान दे दी.
मृतक युवक की पहचान विजय पाल के रूप में हुई है, जबकि जिस महिला के साथ उसका यह अवैध प्रेम प्रसंग चल रहा था, वह उसकी सगी चाची है. परिजनों का आरोप है कि यह प्रेम कोई नया नहीं था, बल्कि पिछले पांच सालों से दोनों के बीच चल रहा था. अब विजय के माता-पिता, इस घटना के लिए चाची को जिम्मेदार ठहराते हुए उसके खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं.
पांच साल पुराना प्रेम, जो रिश्ते को निगल गया
विजय पाल की मां रेशमा और पिता लखपत कश्यप ने जो कहानी बयां की है, वह बेहद चौंकाने वाली है. रेशमा के मुताबिक, यह प्रेम प्रसंग कोई नया नहीं था, बल्कि बीते पांच सालों से विजय अपनी सगी चाची के प्रेमजाल में उलझा हुआ था. आरोप है कि इस दौरान चाची ने उसे इतना अपने वश में कर लिया था कि वह न तो किसी की बात सुनता था और न ही समाज की परवाह करता था. मां का आरोप है कि चाची अक्सर विजय को घर से बुलाकर ले जाती थी, उसे काम करने की बजाय अपने लिए खर्च कराती थी. यहां तक कि विजय ने अपने सारे पैसे उसी पर लुटा दिए थे. वो कहता था कि मैंने इससे तीन बार शादी की है और डेढ़ लाख रुपये इसमें लगे हैं.
विजय की मौत की रात: आखिरी सफर की कहानी
विजय की मौत से पहले की रात की कहानी उसके पिता लखपत कश्यप ने साझा की. उन्होंने बताया कि रविवार रात को विजय घर आया और पीछे की झोपड़ी में सो गया. अगले दिन सुबह चाची पीछे के रास्ते से आई और विजय को उठा ले गई. शाम को वह लौटे तो विजय ने जहर खा लिया. परिवार को इस बात की भनक तक नहीं लगी कि वह जहर लेकर घूम रहा है. लखपत कहते हैं, जो कुछ हुआ, भगवान जाने, लेकिन उसने मरने से पहले कहा कि यह मेरी है, जब तक वो नहीं जाएगी, मैं अस्पताल नहीं जाऊंगा.'
सामाजिक मर्यादा को ताक पर रखा गया
परिजनों का आरोप है कि विजय की चाची का व्यवहार सामाजिक मर्यादाओं के विपरीत था. एक तरफ वह घर में रिश्ते में चाची थी, दूसरी तरफ खुलेआम विजय के साथ प्रेम संबंध निभा रही थी. रेशमा कहती हैं, अगर यह हमारी गलती होती तो वह हमारे घर 10 बार आती, लेकिन जब उसकी गलती थी, तब वह एक बार भी नहीं आई.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विजय के मरने के बाद भी चाची ने कोई संवेदना नहीं दिखाई, न ही खुद आकर बताया कि वह जहर खा चुका है. यह घूमकर गई, उसका हाथ पकड़ा, और फिर दोनों चले गए. शाम को वह लौटी और उसी के बाद विजय ने जहर खा लिया
पुलिस की कार्रवाई और कानूनी स्थिति
मामला अब पूरी तरह पुलिस के संज्ञान में है. थाना मिलक खानम की प्रभारी निशा खटाना ने बताया कि शिकायत मिली है और जांच की जा रही है. जैसे-जैसे तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. मृतक के पिता ने थाने में धारा 302 (हत्या) के तहत तहरीर दी है और साफ कहा है कि वे इस मामले में कड़ा एक्शन चाहते हैं. हम चाहते हैं कि चाची को जेल हो. बेटे की जान गई है, अब बाकी बच्चों को बचाना है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनके चार बेटों में अब तीन ही बचे हैं, और उन्हें डर है कि वह बाकी बेटों को भी अपने जाल में फंसा सकती है.