उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में गुरुवार को पुलिस ने मदरसे में छापा मारकर नकली नोट छापने वाले गैंग का पर्दाफाश किया था. पुलिस ने गैंग के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, अब पुलिस ने मदरसे के खिलाफ भी एक्शन शुरू कर दिया है. इसी क्रम में पुलिस ने सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की सिफारिश की है.
नकली नोट छापने के आरोप में गिरफ्तार किए गए प्रिंसिपल को पद से हटा दिया गया है. प्रयागराज पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को आगे की पूछताछ के लिए और पुलिस रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दी जा रही है.
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एनएसए या गैंगस्टर एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
पूछताछ में पता लगाया जाएगा कि आरोपियों का इस मामले में मदद करने वाला मुख्य सरगना कौन था? जांच में तथ्यों के आधार पर चीजें सामने आने के बाद एनएसए या गैंगस्टर एक्ट लगाने की कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी.
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के बैंक खातों की डिटेल्स भी निकाली जा रही है. मामले में मदरसे के प्रबंधक से भी पूछताछ की गई है. पूछताछ में पता लगा है कि बिहार, बंगाल और उड़ीसा के लोग भी इस मदरसे में रहते थे.
प्रिंसिपल के कमरे में जाने की थी रोक
मामले में मदरसे के देखरेख करने वाले मौलवी ने पुलिस पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. मौलवी ने पुलिस को बताया कि प्रिंसिपल ने अपने कमरे में हर किसी के जाने पर रोक लगा रखा था. ऐसे में बिना पूछे उसके कमरे में कोई नहीं जाता था. आपको बता दें कि प्रिंसिपल के कमरे में ही नकली नोट छापे जा रहे थे.