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29 अधिकारियों की टीम, RAAF-PAC का मार्च... संभल में जामा मस्जिद के पास 8 बीघा कब्रिस्तान की जमीन की पैमाइश पूरी

संभल में विवादित जामा मस्जिद के पास स्थित कब्रिस्तान की भूमि की पैमाइश का काम भारी सुरक्षा के बीच संपन्न हो गया है. 24 नवंबर की हिंसा के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे. ड्रोन कैमरों से छतों की निगरानी की गई और आरएएफ-पीएसी के जवानों ने पूरे इलाके में मार्च किया.

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संभल में कब्रिस्तान की जमीन की पैमाइश पूरी (Photo- ITG)
संभल में कब्रिस्तान की जमीन की पैमाइश पूरी (Photo- ITG)

Uttar Pradesh News: संभल जिला प्रशासन ने जामा मस्जिद के निकट गाटा संख्या 32/2 में स्थित 4780 वर्ग मीटर कब्रिस्तान की भूमि की पैमाइश मंगलवार को पूरी कर ली. एसडीएम रामानुज और तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में 29 राजस्व कर्मियों की टीम ने यह कार्यवाही की. सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए दो एडिशनल एसपी और भारी पुलिस बल ने संवेदनशील इलाकों में पैदल मार्च किया. जामा मस्जिद के सामने सत्यव्रत पुलिस चौकी से ड्रोन कैमरों के जरिए मकानों और दुकानों की छतों की निगरानी की गई ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके. डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया और एसपी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया.

कब्जे की शिकायत पर हुई बड़ी कार्यवाही

संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि कब्रिस्तान पर अवैध कब्जे की शिकायतों के बाद पैमाइश की यह कार्यवाही की गई. प्रशासन का रुख साफ है कि कहीं भी अवैध कब्जा पाया गया, तो उसे हटाया जाएगा. पैमाइश के दौरान किसी भी असामाजिक तत्व को माहौल बिगाड़ने का मौका नहीं दिया गया. 

डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि 24 नवंबर की हिंसा से संबंधित सभी आवश्यक कार्यवाही पहले ही पूरी हो चुकी है. अब इस मामले की अगली कार्यवाही तहसीलदार न्यायालय में दस्तावेजों की जांच के आधार पर आगे बढ़ेगी.

सुरक्षा का अभेद्य किला और ड्रोन सर्विलांस

पैमाइश को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए एएसपी कुलदीप सिंह और आलोक भाटी ने आरएएफ (RRF) और पीएसी के साथ मोर्चा संभाला. सुरक्षा के लिहाज से 8 थाना प्रभारियों की तैनाती की गई और चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल मुस्तैद रहा. ड्रोन कैमरे से खास तौर पर यह चेक किया गया कि किसी छत पर पत्थर या आपत्तिजनक सामग्री तो इकट्ठा नहीं की गई है. पुलिस की एलआईयू (LIU) यूनिट भी लगातार सक्रिय रही. अधिकारियों ने पैदल मार्च कर स्थानीय निवासियों को सुरक्षा का भरोसा दिया और शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की.

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दस्तावेजों की जांच के बाद होगा फैसला

कब्रिस्तान की पैमाइश का कार्य पूरा होने के बाद अब गेंद राजस्व विभाग के पाले में है. प्रशासन ने दुकान और मकान मालिकों को अपने वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा है. दस्तावेजों के सत्यापन के बाद ही अतिक्रमण या कब्जे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. 

एएसपी कुलदीप सिंह ने पुष्टि की कि पूरी कार्यवाही के दौरान शांति बनी रही और पुलिस बल तब तक मुस्तैद रहा जब तक पैमाइश की टीम ने अपना काम पूरा नहीं कर लिया. स्थानीय प्रशासन अब रिपोर्ट तैयार कर न्यायालय के समक्ष पेश करेगा.

संभल के एसपी का बयान

एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई के अनुसार, कब्रिस्तान पर अवैध कब्जे की शिकायत के बाद भारी पुलिस बल की मौजूदगी में पैमाइश की गई. कब्जेदारों को नोटिस जारी किए जाएंगे और एडिशनल एसपी आलोक भाटी 7 दिन में जांच रिपोर्ट सौंपेंगे. संदिग्ध दस्तावेजों वाले मकान और दुकान मालिकों पर एफआईआर दर्ज होगी. एसपी ने बताया कि 24 नवंबर की हिंसा के दौरान इन्हीं अवैध निर्माणों की छतों से पथराव और फायरिंग की गई थी. अब अवैध कब्जे पाए जाने पर धारा 67 के तहत ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जाएगी. ड्रोन से भी इलाकों की निगरानी जारी है.

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