
यूपी के देवरिया शहर में इन दिनों एक अनोखी घटना चर्चा का विषय बनी हुई है. शहर के पॉश इलाके न्यू कॉलोनी से एक पालतू बिल्ली के लापता होने ने न सिर्फ उसके परिवार को बेचैन कर दिया है, बल्कि पूरे इलाके में लोगों की सहानुभूति भी बटोर ली है. बिल्ली का नाम ‘हूर’ है, जो एक पर्सियन-इंडियन मिक्स्ड ब्रीड है. हूर के गायब होने के बाद परिवार ने ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराई है और शहर के प्रमुख चौराहे पर पोस्टर लगवाकर उसे ढूंढने वाले या उसकी जानकारी देने वाले के लिए 10 हजार रुपये के इनाम का ऐलान किया है.
यह मामला देवरिया जनपद के न्यू कॉलोनी इलाके का है. यहां गुरुद्वारा चौराहे के पास रहने वाले यूसुफ चिश्ती के घर से 21 दिसंबर को सफेद रंग की बिल्ली अचानक गायब हो गई. परिवार के मुताबिक, उस सुबह घर के आंगन की ओर का दरवाजा खुला हुआ था. जब काफी देर तक हूर दिखाई नहीं दी तो घरवालों को चिंता हुई. पहले उन्हें लगा कि वह आसपास ही कहीं चली गई होगी और थोड़ी देर में लौट आएगी, लेकिन दिन बीतने के बावजूद जब बिल्ली वापस नहीं आई तो बेचैनी बढ़ती चली गई.
यूसुफ चिश्ती के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं. घर में दो बिल्लियां पाली गई थीं. एक बिल्ली करीब साढ़े पांच साल की है, जबकि हूर साढ़े तीन साल की है. परिवार का कहना है कि दोनों बिल्लियों को बच्चों की तरह पाला गया. खासतौर पर हूर से बेटी एमन का गहरा लगाव है. एमन ने बताया कि हूर को उन्होंने दिल्ली से गोद लिया था और फिर देवरिया लाकर घर में पाला. उसकी देखभाल बिल्कुल बच्चे की तरह की जाती थी. एमन भावुक होकर कहती हैं कि लोग भले ही इस बात पर हंसे या इसे छोटी बात समझें, लेकिन पेट लवर्स ही समझ सकते हैं कि अपने पालतू जानवर को खोने का दर्द क्या होता है. हूर उनके लिए सिर्फ एक बिल्ली नहीं, बल्कि परिवार का हिस्सा है. वह मोबाइल में उसकी तस्वीरें देखकर अक्सर उदास हो जाती हैं और मन ही मन उसके सुरक्षित लौट आने की दुआ करती हैं.
तलाश में छान मारे मोहल्ले और गलियां
हूर के गायब होने के बाद परिवार ने उसे ढूंढने की हरसंभव कोशिश की. न्यू कॉलोनी और आसपास के इलाकों में पूछताछ की गई. मोहल्ले के लोगों से लेकर दुकानदारों तक सभी को इसकी जानकारी दी गई. कई लोगों ने बिल्ली देखने का दावा भी किया, लेकिन बाद में पता चला कि वह किसी और की बिल्ली थी. परिवार ने नगर निगम के सफाई कर्मियों को भी हूर के बारे में बताया, ताकि अगर कहीं वह नजर आए तो सूचना मिल सके. एमन के मुताबिक, कई बार उम्मीद जगी, लेकिन हर बार निराशा हाथ लगी. दिन बीतते गए और हूर का कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद परिवार ने मामला पुलिस तक ले जाने का फैसला किया.
29 दिसंबर को यूसुफ चिश्ती ने हूर की गुमशुदगी को लेकर ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराई. इसकी कॉपी सदर कोतवाली पुलिस को भी सौंपी गई है. एफआईआर में पालतू बिल्ली के गायब होने का जिक्र करते हुए आशंका जताई गई है कि उसे किसी ने उठा लिया हो सकता है.

चौराहे पर लगे पोस्टर, 10 हजार का इनाम
परिवार की बेचैनी यहीं नहीं रुकी. हूर की तलाश को और व्यापक बनाने के लिए उन्होंने शहर के प्रमुख चौराहे पर उसकी तस्वीर वाला पोस्टर लगवाया है. पोस्टर में साफ लिखा है कि जो भी व्यक्ति इस बिल्ली के बारे में सही जानकारी देगा या उसे सुरक्षित ढूंढकर लाएगा, उसे 10 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा. पोस्टर लगने के बाद यह मामला पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया है. राह चलते लोग रुककर पोस्टर देख रहे हैं और तरह-तरह की बातें कर रहे हैं. कुछ लोग इसे परिवार का अटूट प्रेम बता रहे हैं, तो कुछ इसे अनोखा कदम मान रहे हैं.