कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही मेरठ में होटल और ढाबों को लेकर विवाद गर्मा गया है. हिंदू संगठनों ने हाईवे और कांवड़ मार्ग पर मौजूद होटलों में मुस्लिम संचालकों द्वारा नाम बदलकर होटल चलाने की शिकायत की है. उन्होंने दावा किया है कि कांवड़ियों के खाने की शुद्धता को लेकर खतरा है और ऐसी जगहों पर भोजन दूषित किया जा सकता है.
सोमवार को मेरठ के बायपास मार्ग पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भगवा झंडा और भगवान के चित्र लगाकर हिंदू होटलों की पहचान शुरू की. उनका कहना है कि जो होटल या ढाबा वास्तव में हिंदू संचालक चला रहा है, सिर्फ वही कांवड़ियों को भोजन दे. बाकी होटलों की पहचान कर प्रशासन से जांच और बंद करने की मांग की जा रही है.
नाम बदलकर होटल चलाने की शिकायत
स्वामी यशवीर महाराज पीठाधीश्वर ने कहा कि थूकने और मूतने वाले गैंग धर्म भ्रष्ट कर रहे हैं. उन्होंने अपील की कि सभी होटल अपने असली मालिक के नाम से चलें.
मुस्लिम संचालकों के होटल बंद कराने की मांग
वहीं हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की कि मुस्लिम संचालकों के होटल बंद कराए जाएं और कांवड़ यात्रा मार्ग को "पवित्र" रखा जाए. पुलिस ने फिलहाल किसी कार्रवाई की पुष्टि नहीं की है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन सतर्क है.